समय के साथ चलें वर्ना समय आगे निकल जायेगा : प्रो. के. के. भुटानी
कनिष्क गुप्ता
इलाहाबाद । तकनीकी विकास बहुत तेजी से हो रहा है। पूरा विश्व नयी तकनीकों की खोज में जुटा है। आधुनिक समय में चीजें बहुत तेजी से बदल रही हैं। कई तकनीकें एक साथ काम कर रही हैं। उक्त बातें इलाहाबाद मैनेजमेन्ट ऐसोसिएशन द्वारा आयोजित ‘आर्टिफिशियल इन्टेलिजेन्स‘ विषय पर व्याख्या देते हुए यूपीटेक के निदेशक प्रो.के.के. भुटानी ने कही।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में विभिन्न तकनीके एकजुट होकर कार्य कर रही है। जिसके अदभुत परिणाम सामने हैं। सबसे पहले चक्र का अविष्कार हुआ फिर 16वीं शताब्दी में भाप का इंजन, 19-20वीं शताब्दी में इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रानिक्स का विकास हुआ। 21वी शती में कम्प्यूटर फिर रोबोट का अविष्कार हुआ जो आर्टिफिशियल एन्टेलिजेन्स का रूप है। वर्तमान में नैनो तकनीक ने नयी क्रान्ति ला दी है। अभीतक हम मशीनों में प्रोग्राम डालते थे अब ऐसी मशीन होंगी जो स्वयं सोचेंगी, सीखेंगी और काम करेंगी। अविष्कार के लिए मन की एकाग्रता जरूरी है।
कार्यक्रम के आरम्भ में मुख्य अतिथि नेशनल कम्पनी ला ट्रिबुनल की सदस्य (तकनीकी) सुश्री सरोज राजवारे को डाॅ. शान्ति चैधरी ने पुष्पगुच्छ देकर स्वगात किया। संगठन के उपाध्यक्ष विभव बाजपेई ने मुख्य अतिथि का परिचय प्रस्तुत किया और 92 वर्षीय एएमए के सदस्य ई.पी. उस्मानी डाॅ. यू.के. गुप्ता, प्रमोद बंसल, एस.पी.गुप्ता, आशीष गुप्ता सहित संगठन के कई सदस्य उपस्थित रहे।