गुरु शिष्य परंपरा हुई कलंकित – शिक्षक की काली करतूत पर पर्दा डाल रहा है विद्यालय
फारूख हुसैन
लखीमपुर खीरी। पूरे देश में जहां बच्चियों की अस्मत को लेकर सोशल मीडिया से लेकर कैंडल मार्च तक का वार चल रहा है कहीं पूजा के मंदिर कलंकित हो रहे हैं तो कहीं शिक्षा के मंदिर और ऐसे में सामाजिक लोग परेशान है आखिर बच्चियों को ले जाय तो कहा
लखीमपुर खीरी में एक बार फिर गुरु शिष्य के रिश्ते को कलंकित करने वाली एक घटना प्रकाश में आई जहा जिले के एक मात्र जवाहर नवोदय विद्यालय में कक्षा सात की एक छात्रा ने अपने शिक्षक पर सनसनीखेज आरोप लगाए और आरोप भी ऐसे वैसे नही आरोप है बच्ची के साथ यौन शोषण का बच्ची की माने तो क्लास में शिक्षण के समय बेंच के नीचे कागज उठाने के बहाने अध्यापक ने बच्चे के कमर से लेकर नीचे तक पर हाथ फेरा अध्यापक की काली करतूत से बच्चे की अंतरात्मा तक चढ़ गई और आखिरकार जब इसको बर्दाश्त नहीं हुआ तो इसकी लिखित शिकायत प्रधानाचार्य को दी और प्रार्थनापत्र को मामले को गंभीरता से लेते हुए आनन-फानन में एक जांच कमेटी गठित की और निर्देशित किया लेकिन जांच कमेटी की जांच अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुची है
इस बात को लेकर अभिभावकों में रोष हुआ और रोज सोशल मीडिया में एक बार बनकर पूरे जिले में फैला मीडिया में आने के बाद शिक्षक के चाल चलन पर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं विद्यालय की प्रधानाचार्य की माने तो अध्यापक पर इससे पहले भी इस तरीके की कई शिकायतें आई लेकिन उन्हें संध्या मानकर मैनेज कर दिया गया लेकिन पानी सर से ऊपर होने पर जांच के आदेश दे दिए गए लेकिन पूछने वाली बात यह है उसी विद्यालय में उसी तरीके की घटनाओं के लिए शिकायत पर उनको शकल कर दिया गया तो क्या अब उसी शिकायत पर निष्पक्ष जांच संभव है अगर प्रधानाचार्य ने पहली ही प्रार्थना पत्र पर कार्यवाही की होती तो शायद आरोपी अध्यापक की हिम्मत आगे न बढ़ती और इस तरीके की घटना प्रकाश में न आती और जहा एक ओर विद्यालय में जाँच कमेटी बनाई गयी है गई वही आरोपी घटना के प्रति कितना संजीदा है तश्वीर में होते मुस्कराते हुए घटना नकार रहा है. अब देखना ये होगा की प्रशासन छात्रा की शिकायत को कितना गंभीरता से लेता है या पूर्व की भांति क्लींन चिट दे देता है