मधुबन (मऊ) – गेंहू क्रय केंद्र प्रभारी मस्त, गरीब किसान पस्त
संजय ठाकुर
मऊ : मधुबन तहसील क्षेत्र के विभिन्न अंचलो मे किसानो से गेहु खरीदने हेतु कुल सात क्रय केंद्र शासन के फरमान पर बनाए गए है।जहां एक अप्रैल से शुरू क्रय केंद्रो पर किसानो की जगह विचौलिए व राशन माफिया प्रभावी बने हुए है।क्षेत्र के किसानो मे इसे लेकर हड़कंप मचा हुआ है।आरोप है कि गोदाम डम्प के नाम पर 15 दिनो से किसानो का गेहु लेना ठप्प है, जबकि इस बीच राशन माफियाओ व विचौलियो का गेहु सहकारिता व पी. सी. यफ कर्मियो की सांठगांठ से चन्द रूपए की लालच मे बड़े पैमाने पर क्रय किया गया है । इस गोरखधंधा के खिलाफ मौसम की मार से झुलसे किसानो ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को शिकायती प्रार्थनापत्र भेजकर जांच द्वारा न्याय की मांग जनहित मे किया है।
जानकारी के अनुसार तहसील क्षेत्र के सहकारी संसाधन समिति दुबारी, कमलसागर, नेमडाढ़, गंगऊपुर, गजियापुर, मधुबन व कटघराशंकर कुल सात क्रय केंद्र शासन की मंशा के अनुरूप किसानो से सीधा गेहु क्रय के लिए गेहु क्रय केंद्र स्थापित किए गये है । आरोप है कि केंद्र प्रभारियो व विचौलियो के घिनौनी करतूतो के चलते किसानो का गेहु खरीदने मे उदासीनता बरती जा रही है । गोदाम डम्प के बहाने आज क्षेत्र का किसान अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई बेचने के लिए मारे मारे फिरते हुए खून का आंसू बहाने को विवश है, जबकि राशन माफिया व केंद्र प्रभारी क्रय केंद्रो की आड़ में चांदी काट रहे है । इससे आक्रोशित ग्राम भेलउर निवासी ध्रुव कुमार मल्ल, जवाहिरपुर निवासी अखिलेश यादव, दुबारी निवासी जयन्त सिंह, रमाकांत सिंह, गुलाब बर्मा, लकुरा निवासी चन्द्र भान मल्ल, आदि ने इस ब्यापक धांधली व गोरखधंधा के खिलाफ प्रदेश के मुख्यमंत्री को शिकायती प्रार्थनापत्र भेजकर उच्च स्तरीय जांच कर जनहित मे न्याय की मांग किया है ।