आजमगढ़ कमिश्नर के विरोध में अधिवक्ता रहे न्यायिक कार्य से विरत
रूपेंद्र भारती
घोसी /मऊ :उपजिलाधिकारी घोसी के कोर्ट में पहुचकर अधिवक्ताओं ने सोमवार को सुनवाई का विरोध किया।कहा कि हम सब कमिश्नर आज़मगढ़ के विरोध में कार्य से विरत है। फलस्वरूप उपजिलाधिकारी को सुनवाई बन्द करनी पड़ी।इस पर उपजिलाधिकारी डा राजेश ने कहा कि जब कोर्ट से विरत है तो कोई भी अधिवक्ता कार्यालय में प्रार्थना पत्र लेकर नही आएगा,पीड़ित स्वम आएगा।
आज़मगढ़ बार एसोसिएशन और कमिश्नर के बीच चल रहे विवाद को लेकर और सेंट्रल बार आज़मगढ़ के सहयोग मागने पर तहसील बार घोसी के अध्यक्ष रामबदन यादव ने सोमवार को कार्य से विरत रहने का प्रस्ताव तहसील के सभी कोर्ट में दिया।इस बीच कमिश्नर के आदेश पर उपजिलाधिकारी सहित अन्य कोर्ट में अधिकारी बैठ गए।इस बीच अधिवक्ताओं को जानकारी हुई कि उपजिलाधिकारी कोर्ट में कार्य कर रहे है।इस पर अधिवक्ता कोर्ट में पहुचकर कार्यवाही का विरोध करने लगे।इस के चलते उपजिलाधिकारी को मुकदमो के सुनने की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।इस संबंध में उपजिलाधिकारी डा राजेश कुमार ने बताया कि कमिश्नर महोदय के निर्देश के क्रम में और जनता के हित मे कोर्ट में मुकदमा देख रहा था।इसको लेकर अधिवक्ताओं ने विरोध किया।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से अध्यक्ष रामबदन यादव,वरिष्ठअधिवक्ता कालिकादत्तपांडेय,रविन्द्र उपाध्याय,पूर्व मंत्री भुवेश श्रीवास्तव,गोपालजी वर्मा,राजेन्द्र यादव,अखिलेश सिंह,अनिल मिश्रा, देवेंद्र पाण्डेय, ज्ञानप्रकाश,रमेश श्रीवास्तव,मंत्री अरविंद सिंह आदि अधिवक्ता रहे।