सीओ लोनी की जांच व एसएसपी की कार्यवाही पर नाराजगी जताई विधायक ने
सरताज खान
गाजियाबाद / लोनी भले ही एसएसपी वैभव कृष्ण ने विधायक की शिकायत को गम्भीरता से लेते हुए 4 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया हो। लोनी भाजपा विधायक नन्द किशोर गुर्जर अपने विधान सभा क्षेत्र की जनता को भ्र्ष्टाचार मुक्त लोनी देने में कसर नही छोड़ना चाह रहे है।विधायक ने अपने सरकारी गनर वापिस कर दिए है , परन्तु जनता को क्राइम फ्री व भ्र्ष्टाचार मुक्त लोनी देना चाहते है।
बता दे कि विधायक ने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी को तीन दिन पहले लोनी के थानों में तैनाती के दौरान भ्र्ष्टाचार में लिप्त पुलिसकर्मियों की लिस्ट भेजी थी। जिसमे उन्होंने क्षेत्रीय जनता के हित मे तुरंत कार्यवाही की मांग भी की थी। जिस पर संज्ञान लेते हुए एसएसपी ने सीओ लोनी दुर्गेश कुमार सिंह से जांच कराकर 4 सिपाहियों को निलंबित कर दिया है। मगर इस कार्यवाही से विधायक नन्द किशोर खुश नही है। उन्होंने सीओ लोनी की जांच रिपोर्ट व एसएसपी की कार्यवाही पर निशाना साधते हुए बताया कि सीओ लोनी द्वारा जाँच में चौकी इंचार्ज को निर्दोष बताया गया हैं।वही उन्होंने चौकी प्रभारी से बात की गयी ऑडियो को सोशल मीडिया पर डालकर स्पष्ट कर दिया कि दोनों अधिकारियों की कार्यवाही में कितना दम है।ऑडियो में चौकी प्रभारी खुद स्वीकार कर रहे है कि उन्होंने जो पकड़ी हुई मोटर साइकिल छोड़ी है ,वह चोरी की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि लोनी में उन्हें ऐसे अधिकारी नही चाहिये ,जो जानबूझकर चोरी की मोटरसाइकिल को 10 हजार रिश्वत लेकर छोड़ देते है।
विधायक ने कहा कि गरीब ट्रेक्टर चालक शौकीन पुत्र महमूद कह रहा है कि उससे पुलिस ने पैसे लिए और सीओ लोनी जांच में दिखा रहे है कि वह ईमानदार हैं। उन्होंने कहा कि अब बेईमानों के खिलाफ ये जंग रुकने वाली नही है और अभी बहुत सबूत पुलिस की ईमानदारी के उनके पास है। 4 पुलिस के सिपाहियों को निलंबित करके अधिकारी सोच रहे है कि अब उनके कॉलर ऊंचे हो गए तो ये उनकी गलतफहमी हैं। मेरी विधानसभा में एक भी बेईमान अधिकारी नही बचेगा चाहे वह थानो में , विद्युत विभाग या तहसील में हो। उन्होंने दावा किया कि उनके पास एक ऐसी ऑडियो टेप हैं कि पूरे पुलिस विभाग के कारनामो का पता चल जाएगा। उन्हें यह भी मालूम है कि पुलिस किस तरह उनकी हत्या का प्रयास करने वालो से मिलकर उन्हें ही झूठा साबित करने पर तुली हैं , कम से कम अधिकारियों ने 4 सिपाहियो को निलंबित कर ये तो मान लिया गया कि पुलिस गरीब लोगों को कैसे लूट रही है और विधायक सच बोल रहा है।
विधायक ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उन्हें ये भी मालूम है कि किस तरह पुलिस उनकी हत्या करने का प्रयास करने वालो से मिलकर उनकी हत्या करा सकती हैं।उन्होंने कहा कि मुझे इसकी परवाह नहीं है क्योकि लोनी व देश की महान जनता का आशीर्वाद उनके साथ है। उन्होंने कहा कि अभी वह कैराना लोकसभा चुनाव में लगा है , यहाँ से वापिस आने के बाद बेईमानों का सफाया मा मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी की मंशा के अनुरूप जनता के सहयोग से करूँगा। 28 तारिख के बाद कम से कम 50 हजार राष्ट्रभक्त एसएसपी कार्यालय पर तब तक रहेगे , जब तक जिले का एक एक बेईमान अधिकारी जेल नही भिजवा दिया जाता।
उन्होंने कहा कि आश्चर्य बात है कि जिन सिपाहियों को सीओ लोनी की रिपोर्ट ने भी अवैध उगाही का दोषी पाया , उन्हें जेल भेजने के बजाय निलंबित किया गया।जिससे वो घर रहकर आराम से प्रदेश की जनता के टेक्स से मिलने वाली तनख्वाह आराम से लेते रहे और फिर कुछ समय बाद बहाल कर दिया जाय ये होने वाला मा योगी जी की सरकार में नहीं है उन्होंने कहा कि उन्हें जेल ही भिजवाकर रहेंगे।