30 फाइलें-रसीदें लेकर टीसी गायब, दो महीने बाद निलंबन
कनिष्क गुप्ता
इलाहाबाद : नगर निगम में सहायक अभियंता (एई) के पद पर रहे बाल मुकुंद शर्मा के लाखों रुपये हेराफेरी का मामला अभी ठंडा नहीं पड़ा कि एक टैक्स कलेक्टर (टीसी) कई रसीदें और पत्रावलियां लेकर गायब हो गया। कार्यालय में बगैर सूचना के करीब ढाई महीने से लापता होने के कारण उसे निलंबित कर दिया गया है।
प्रदीप कुमार अग्रवाल निगम में टीसी के पद पर तैनात है। पहले उसकी तैनाती जोन नंबर तीन कटरा में थी। 17 मई को वहां से जोन संख्या एक खुल्दाबाद स्थानांतरित कर दिया गया। हालांकि, ज्वाइन करने के पहले उसे वहां से हटाकर नजूल विभाग में ट्रांसफर कर दिया गया, लेकिन उसने विभाग में कार्यभार नहीं संभाला। प्रदीप ने जोन तीन में तैनाती के दौरान की गृहकर वसूली संबंधी दो किताबें (रसीदें), जन सूचना अधिकार और नामांतरण संबंधी 30 पत्रावलियां जमा नहीं की। इसलिए उसे नोटिस भी जारी की गई, फिर भी रसीदें और पत्रावलियां न तो जमा की गई और न ही उसने कार्यभार संभाला। इसकी वजह से 20 जुलाई को उसे निलंबित कर दिया गया। गृहकर संबंधी किताबें न जमा होने से भवन स्वामियों से गृहकर वसूल लेने का भी अंदेशा बना है। बहरहाल, अधिकारियों का कहना है कि ऐसा होने पर कर्मचारी के तमाम देनदारियों (ड्यूज) से कटौती कर ली जाएगी। एक किताब में सौ बिल होते हैं। एई ने मेडिकल कालेज चौराहा के पास लैंडस्केपिंग समेत कई कार्यो के लिए लाखों रुपये अग्रिम लिया था, जिसे सेवानिवृत्त होने के बाद भी जमा नहीं किया। उन्हें अपर नगर आयुक्त की तरफ से नोटिस जारी की गई है।
मुख्य कर निर्धारण अधिकारी पी के मिश्रा ने बतया कि टीसी के बगैर सूचना के गायब होने के कारण नगर आयुक्त ने उसे निलंबित किया है। किताब का गलत इस्तेमाल होने पर उसके देनदारियों से कटौती की जाएगी।