धारदार हथियार से रेत कर युवक की हत्या, थाने पर काटा हंगामा
सरताज खान
गाजियाबाद। लोनी थाना कोतवाली क्षेत्र की अशोक विहार कॉलोनी में एक युवक की धारदार हथियार से वार कर उसकी निर्मम हत्या कर देने की सूचना पाकर क्षेत्र में हड़कंप मच गया। घटना के मामले में 3 लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने वाले पीड़ित पक्ष का कहना है कि उक्त लोगों ने उसे घर से बुलाकर उसकी हत्या कर दी है। जिनके विरुद्ध कुछ दिन पूर्व भी संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया था। जिनकी आज तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो पाने से उन्होंने थाने पर हंगामा काटते हुए यह आरोप लगाया है कि पुलिस किसी भी नामजद को जेल भेजने के बजाय आजतक हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
लोनी की मुगल पट्टी, राशिद अली गेट में रहने वाले चांद पुत्र मेहंदी का कहना है कि शुक्रवार रात लगभग 9: 45 बजे कॉलोनी में ही कुछ दूरी पर रहने वाले आफाक पुत्र हाजी लियाकत, फैसल पुत्र रियासत व हाजी लियाकत पुत्र इंसाफ उर्फ सादो। जिनके साथ पहले से विवाद चला रहा है, उसका फैसला करने की बात कह कर उसके भाई साजिद को अपनी मोटरसाइकिल पर बैठाकर साथ ले गया था। जबकि उसका भाई जो गोश्त का काम करता है 50 हजार रूपए लेकर मंडी जाने वाला था। परिजन यह सोचकर निश्चित हो गए थे कि साजिद बातचीत करने के बाद मंडी चला गया होगा।
सुबह अचानक मोहल्ले में यह चर्चा सुनकर कि निकट अशोक विहार कॉलोनी में किसी युवक की हत्या कर दी गई है जो वहां खाली पड़े खेतों में पड़ा है, अन्य लोगों के साथ वह भी वहां पहुंचे तो देखा मृत युवक उसका भाई साजिद (22) था। जिसके चेहरे गले व शरीर पर धारदार हथियारों से वार कर उसकी निर्मम हत्या कर दी गई थी।
सूचना पाकर वहां पहुंची पुलिस ने उसका शव अपने कब्जे में लेते हुए उसे गाजियाबाद मोर्चरी भिजवा दिया। घटना के मामले में चांद ने उक्त तीनों लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है।
पूर्व में भी थे नामजद, गिरफ्तारी न होने से भड़के लोग
उक्त घटना के बाद दर्जनों लोगों के साथ थाने पहुंचे उत्तेजित परिजनों ने वहां पर जमकर अपनी भड़ास निकाली। जिनका आरोप था कि विगत 2 अगस्त के दिन भी आफाक, हाजी लियाकत व फैशन ने पीड़ित पक्ष के साथ मारपीट की थी तथा फायरिंग करते हुए नगदी भी छीनकर ले गए थे। मगर पुलिस आज तक किसी को जेल भेजने की बजाए हाथ पर हाथ धरे बैठी है। यदि समय रहते उनकी गिरफ्तारी कर ली जाती तो शायद साजिद को अपनी जान न गवानी पड़ती। यही नहीं पीड़ित पक्ष का यह भी आरोप है कि पुलिस ने लियाकत अली नामक एक नामजद को पकड़ भी लिया था। जो बीमारी का बहाना कर लोनी के एक निजी अस्पताल में भर्ती हो गया था और कुछ ही देर बाद वहा से संदिग्ध परिस्थितियों में से फरार हो गया था।
थाना प्रभारी उमेश पांडे ने लोगों को पूर्व की घटना का संज्ञान नहीं होने की बात कहते हुए नामजदो को जल्द गिरफ्तार कर लेने का आश्वासन देते हुए उन्हें किसी तरह शांत कर वापस भेजा।