भारत उज्बेकिस्तान के बीच हुए 17 समझौतों पर हस्ताक्षर
आदिल अहमद
भारत और उज़्बेकिस्तान ने सोमवार को 17 समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री मोदी और उज़्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शौक़त मिर्ज़ियोव ने आपसी रिश्तों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का संकल्प व्यक्त किया।
भारतीय मीडिया की रिपोर्टों के अनुसार भारत एवं उज़्बेकिस्तान के नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाई पर पहुंचाने तथा सामरिक संबंधों को और अधिक मज़बूत बनाने का संकल्प व्यक्त किया। दोनों देशों ने राष्ट्रीय सुरक्षा, पर्यटन, फार्मा, स्वास्थ्य समेत विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के 17 समझौतों पर हस्ताक्षर भी किए। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उज़्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शौक़त मिर्ज़ियोव के बीच सुरक्षा, शान्ति, समृद्धि और सहयोग संबंधी क्षेत्रीय महत्व के मुद्दों समेत आपसी सहयोग एवं साझा हितों से जुड़े विविध विषयों पर सार्थक विचार-विमर्श हुआ।
भारतीय प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि, ‘हमने इन मुद्दों पर और शांघाई सहयोग संगठन (एससीओ) समेत अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर, हमारे सहयोग को और अधिक गहरा बनाने का निर्णय लिया है।’उज़्बेकिस्तान के राष्ट्रपति के साथ अपनी वार्ता को उपयोगी और सार्थक क़रार देते हुए मोदी ने कहा कि उज़्बेकिस्तान की प्राथमिकताओं के अनुसार, भारत उनके प्रयासों में सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है और मौजूदा सहयोग को नए क्षेत्रों में बढ़ाने के लिए आज विशेष तौर पर चर्चा की गई है।
इस मौक़े पर उज़्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शौक़त मिर्ज़ियोव ने कहा कि दोनों देशों का यह साझा विचार है कि अफ़ग़ानिस्तान में समस्या का कोई सैन्य समाधान नहीं है और शांति की स्थापना के लिए अफ़ग़ान सरकार और विपक्षी गुटों के बीच राजनीतिक वार्ता ही एकमात्र रास्ता है।