अस्पताल पहुंच गरजीं डा. शिल्पी के समर्थन में उतरी महिलाएं
कहा सत्ता पक्ष से जुड़े लोगों की मदद से एक प्राइवेट नर्सिंग होम द्वारा रचा जा रहा है षड्यंत्र
फारुख हुसैन
पलिया कलां: पलिया तहसील के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में कार्यरत महिला चिकित्सक शिल्पी श्रीवास्तव राजनीति का शिकार हो चुकी हैं। उक्त महिला डाक्टर का स्थानान्तरण कराने के लिए एक संगठन विशेष के कथित पदाधिकारी द्वारा लगातार साजिश रची जा रही है। इस बात से आक्रोशित बुधवार को अस्पताल पहुंची सैकड़ों गर्भवती महिलाएं लामबन्द होती नजर आईं।
महिलाओं का कहना था कि डाक्टर शिल्पी श्रीवास्तव महिलाओं का बहुत अच्छे ढंग से इलाज करती हैं। इसके अलावा गर्भवती महिलाएं भी उनके इलाज से काफी खुश रहती हैं। प्रदर्शननकारी महिलाओं ने कहा कि ऐसी अनुभवी और ईमानदार डाक्टर शिल्पी श्रीवास्तव का पलिया सीएचसी से स्थानान्तरण वह किसी भी हाल में नहीं होने देंगी। यदि उनका तबादला किया गया तो हम सब भूख हड़ताल कर धरने पर बैठ जाएंगी। उधर इस सम्बन्ध में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी का कहना है कि डाक्टर शिल्पी श्रीवास्तव के खिलाफ प्राइवेट प्रैक्टिस करने की शिकायत प्राप्त हुई थी। बताया कि जहां तक मेरी जानकारी में है तो संविदा कर्मचारी प्राइवेट प्रैक्टिस कर सकता है।
इस मामले में उच्चाधिकारी ही पूरी जानकारी दे सकते हैं। इसके अलावा मुख्य चिकित्साधिकारी मनोज अग्रवाल का कहना है कि डाक्टर शिल्पी श्रीवास्तव के खिलाफ राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन लखनऊ में शिकायत की गयी थी, जिसकी जांच कराई जा रही है। सवाल है कि जब पूर्व में हुई एक शिकायत के बाद जारी कारण बताओ नोटिस का डाक्टर जवाब दे चुकी हैं तो दोबारा जांच कराने का क्या मतलब।