झोला छाप डॉक्टरों की बाढ़, फिर भी बंद किये है ज़िम्मेदार आँख

संवाददाता नौशाद अंसारी

 

जनपद बिजनौर के स्वास्थ्य विभाग मे आए दिन भ्रष्टाचार के मामले सामने आते रहते हैं कभी गाड़ियों से तेल बेचना तो कभी अवैध लाइसेंसी अस्पताल चलाना। जबकि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य विभाग पर करोड़ों और पुरबिया खर्च करती है लेकिन उसके बावजूद उनके प्रशासनिक अधिकारी अपनी निजी मोटी कमाई चलते प्रदेश सरकार व जन मानस के साथ कर रहे हैं धोखाधड़ी । जनपद बिजनौर के हर ग्राम में बैठे हैं फर्जी डॉक्टर ।और न जाने कितनी चल रहे हैं फर्जी मेडिकल ।नोडल अधिकारी महोदय बिजनौर पांच से सात हजार रुपये लेकर चलने दे रहे हैं अवैध क्लिनिक। जहां प्रदेश सरकार को राजस्व में नुकसान तो होता ही होता है लेकिन जनमानस के स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ किया जाता है । अगर शिकायतकर्ता अपनी शिकायत करता है तो उसकी आवाज को भी दबा दिया जाता है । यहां प्रदेश सरकार करोड़ों अरबों रुपया स्वास्थ्य विभाग पर खर्च तो कर ही रही है उनके प्रशासनिक अधिकारी करोड़ों अरबों रुपये का अवैध निजी कमाई कर रहे हैं । इन फर्जी डॉक्टर द्वारा ग्रामीणों को ज्यादा से ज्यादा बीमार किया जा रहा है। उनकी दवाइयों से तुरंत आराम तो मिल जाता है लेकिन उनकी बीमारियां बढ़ जाती है । अब ऐसे में प्रदेश सरकार को इस पर लगाम लगाना चाहिए और अपने नोडल अधिकारी को सख्त आदेश देने चाहिए कि फर्जी क्लिनिक फर्जी मेडिकल बंद होना चाहिए। शिकायतकर्ता अगर अपनी शिकायत करता है तो गोलमोल जवाब नोडल अधिकारी बिजनौर द्वारा दिया जाता है ।मौके पर अगर नोडल अधिकारी बिजनौर को बुलाना भी चाहें तो वो मौके पर आकर कार्यवाही नहीं करना चाहते। क्योंकि स्वास्थ्य विभाग का हर प्रशासनिक अधिकारी जानता है कि उनको इन फर्जी क्लिनिक को फर्जी डॉक्टरों से कितना महीना उनको आता है इसलिए वह उन पर कार्यवाही नहीं करना चाहते । आपसे निवेदन है कि इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।

हमारी निष्पक्ष पत्रकारिता को कॉर्पोरेट के दबाव से मुक्त रखने के लिए आप आर्थिक सहयोग यदि करना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें


Welcome to the emerging digital Banaras First : Omni Chanel-E Commerce Sale पापा हैं तो होइए जायेगा..

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *