आज कल तो चौकीदार चोर है – उद्धव ठाकरे
आदिल अहमद
पंढरपुर (महाराष्ट्र) : जैसे जैसे 2019 करीब आता जा रहा है वैसे वैसे मोदी सरकार के घटक दल सरकार के लिये मुसीबत खडी करते जा रहे है। अभी तक तो सिर्फ एक राहुल गाँधी ही चौकीदार चोर का नारा लगा रहे थे मगर अब सरकार के घटक दल भी राफेल डील पर अपनी आस्तीन चढ़ा रहे है। एनडीए की सहयोगी दल शिवसेना ने भाजपा पर राफेल सहित कई मुद्दों को लेकर हमला बोला। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के जुमले को दोहराते हुए कहा कि ‘चौकीदार चोर है’। विपक्षी पार्टी कांग्रेस राफेल सौदे के संदर्भ में प्रधानमंत्री के लिए इस नारे का इस्तेमाल करती रही है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने फ्रांस के साथ राफेल सौदे और उसके ऑफसेट अनुबंध देने में अनियिमतताओं और पक्षपात का दावा करने के लिए ‘चौकीदार चोर है’ का नारा बार-बार बोला है और मोदी पर निशाना साधा है। सोलापुर जिले में एक रैली में उद्धव ठाकरे ने एक घटना का उल्लेख करते हुए अलग संदर्भ में इस नारे का इस्तेमाल किया।
उन्होंने कहा, ‘राज्य के एक दौरे के दौरान एक किसान ने कीट संक्रमित नींबू का पौधा दिखाया। यह पौधा कीटनाशक बनाने के लिए उपयोग किया जाता है, लेकिन यह खुद ही कीट के हमले के गिरफ्त में आ गया था। किसान ने मुझसे कहा कि जीवन में पहली बार उसने नींबू के पौधे को संक्रमित होते देखा है, जबकि इसके पौधे कीटनाशक बनाने के लिए तैयार किए जाते रहे हैं। मैंने उससे कहा कि अब दिन बदल गए हैं। चौकीदार ही चोर बन गए हैं।’ उन्होंने मराठी में बोलते हुए ‘पाहरेकरी’ शब्द का उपयोग किया जिसका अर्थ चौकीदार भी होता है। ठाकरे का राजनीतिक दल शिवसेना केंद्र और महाराष्ट्र में भाजपा के साथ सरकार में शामिल है। उद्धव ठाकरे ने वैसे तो किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनके बयान का महत्व किसी से छिपा नहीं है।
इसके अलावा शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने हाल के विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर भी भाजपा पर निशाना साधा। उद्धव ठाकरे ने राफेल सौदे में कथित भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाकर वरिष्ठ सहयोगी भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि ‘विश्वविजेता’ बनने की पार्टी की धारणा हाल के विधानसभा चुनावों के नतीजे से चकनाचूर हो गई। अयोध्या में विवादित स्थान पर राममंदिर के निर्माण के वास्ते दबाव बनाने के लिए पिछले महीने अयोध्या की यात्रा करने वाले ठाकरे ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी की शीघ्र यात्रा कर सकते हैं
विभिन्न मुद्दों पर मोदी सरकार को लगातार निशाने पर लेते रहे ठाकरे ने कहा कि वह पहले ही निर्णय ले चुके हैं कि आगामी आम चुनाव में भाजपा के साथ गठबंधन किया जाए या नहीं। शिवसेना प्रमुख ने जनवरी में घोषणा की थी कि उनकी पार्टी सभी भावी लोकसभा और विधानसभा चुनाव अपने अकेले बलबूते पर लड़ेगी। पिछले छह महीने के दौरान भाजपा नेतृत्व आगामी चुनावों में शिवसेना के साथ गठजोड़ पर जोर देती रही है।
उन्होंने कहा, ‘विश्वविजेता’ बनने की भाजपा की धारणा पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे से चकनाचूर हो गई। मिजोरम और तेलंगाना विधानसभा के नतीजों ने स्पष्ट संदेश दिया है कि मतदाताओं ने राष्ट्रीय दलों को नकार दिया है और मजबूत क्षेत्रीय दलों को चुना है। ठाकरे ने 2019 के आम चुनाव के लिए बिहार में जदयू, लोजपा और भाजपा के बीच सीटों के बंटवारे को अंतिम दे दिये जाने पर टिप्पणी करते हुए कहा, ‘(जेडीयू प्रमुख) नीतीश कुमार और (लोजपा प्रमुख) राम विलास पासवान को राममंदिर और हिंदुत्व पर अपनी राय घोषित करनी चाहिए।’