कुंभ मेला प्रशासन की लापरवाही उजागर, मुजफ्फरनगर के खलासी का एक सप्ताह बाद उतराता मिला शव

तारिक खान

प्रयागराज। प्रयागराज में कुंभ की सुरक्षा और आपदा प्रबंधक को लेकर बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं लेकिन यह हकीकत से कोसों दूर नजर आ रहा है। अब तक कुंभ क्षेत्र में हुई घटनाओं में पुलिस और और उसके सुरक्षा का तामझाम केवल कागजी ही नजर आ रहा है। गत दिनों देर शाम को नाव पलट जाने के बाद शवों को तत्काल जबकि उसके बाद भी आपदा प्रबंध को लेकर दावे और बैठकें होती रही। लेकिन 26 दिसम्बर की रात पांन्टून पुल से प्लाई से लदा ट्रक गंगानदी में रेलिंग तोड़ता हुआ पलट गया। इस ट्रक में एक खालासी था जिसके शव को यहां निकालने और कवायद नहीं की गई। जिसका नतीजा रहा कि 6 दिन बाद खुद लाश पानी में तैरती हुई बरामद की गई। लेकिन अब भी ट्रक पानी में ही पड़ा है और पुलिसिया प्रबंधन की कहानी खुद बयां कर रहा है। शव मिलने के बाद परिजनों का रो रो कर बुरा हाल था।

जानकारी के अनुसार कुम्भ कार्य के लिए लल्लू जी एंड संस ने हरियाणा से एक ट्रक प्लाई मंगाया था। जनपद मुजफ्फरनगर के भुगाना थाना क्षेत्र के जोगाखेड़ा गांव निवासी ट्रक चालक अब्दुल रहमान पुत्र जन्नूस 16 वर्षीय खलासी फरियाद अली पुत्र कामिल अली निवासी कुलहेड़ी थाना चरथावल जनपद मुजफ्फरनगर के साथ हरियाणा के जनपद यमुना नगर से ट्रक में प्लाई बोर्ड लेकर प्रयागराज के कुम्भ मेला आ रहा था। शहर में बड़ी गाड़ियों के प्रवेश पर रोक लगने से वह ट्रक लेकर झूंसी होकर आ रहा था। रास्ते में किसी राहगीर ने उसे पुल के नीचे से जाने का मार्ग बता दिया। 26 दिसम्बर की रात एक बजे के करीब ट्रक लेकर वह पांटून पुल 12 से आ रहा था जहां गाड़ी अनियंत्रित हो गई और रेलिंग तोड़ते हुए गंगा में जा गिरी। चालक अब्दुल रहमान तैरते हुए बाहर निकला और मदद की गुहार लगाई।

हादसे की सूचना मिलते ही हड़कंप मच गया। पहुंची पुलिस ने गोताखोरों की मदद से कथित रूप से खलासी की तलाश की लेकिन रात में कुछ पता नहीं चला। दूसरे दिन गुरुवार को दूसरे दिन सूचना पाकर उसके परिजन आ गए। और पुलिस से अपने बच्चे को पाने आस बनाये रहे। मेला प्रशासन ने ट्रक को अब तक नदी से नहीं निकलवा सकी। कारण साफ कि पुल जिस तरह से बना है और यहां रेलिंग लगी है वह खुद बा खुद कितना मजबूत है इसका सुबूत दे रही है। यही कारण है कि पुलिस ने ट्रक को निकलवाने की कोई कोशिश नहीं की उल्टा चालक से मार्च महीने तक इंतजार करने को कहा। दूसरी ओर आज फरियाद का शव हादसे से कुछ ही दूर पर तैरता नजर आया तो लोगों ने पुलिस को खबर दी। पुलिस ने शव को बहार निकला।

बेटे का शव देखकर परिजनों के आंसू थम नहीं रहे थे। बेटे के लिए उनकी आंखे यहां पथरा गई थी लेकिन उसे तो मेला शुरू होने के बाद क्या होगा इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है। मृतक तीन भाई में दूसरे नम्बर का, चार बहन और मां मुनीजा बेगम हैं।

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