घोसी (मऊ) – बढ़ रहा है सीताकुंड सहित अन्य पोखरियो पर अतिक्रमण, घोर निंद्रा में है प्रशासन
रूपेंद्र भारती
घोसी /मऊ घोसी तहसील मुख्यालय स्थित सीताकुण्ड सहित अन्य पोखरियों व सार्वजनिक स्थलों पर अतिक्रमण तेजी के साथ हो रहा हैं। जबकि तहसील एवं नगर पंचायत प्रशासन मूकदर्शक बनी हुई हैं । जिसको लेकर लोगों में रोष बढ़ता जा रहा हैं। लोगों ने मांग किया हैं कि जनहित में अतिक्रमण को हटवाया जाये अन्यथा व्यापक स्तर पर आन्दोलन किया जायेगा।
पशु पक्षियों एवं जीव जंतुओं के आश्रय स्थलों के घटने से क्षेत्र में वातावरण पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव से बचने के लिए हाईकोर्ट ने चिंता व्यक्त करते हुए प्रशासन को निर्देशित किया हाई कि क्षेत्र के सार्वजनिक पोखरियों के साथ ही साथ पशु पक्षियों एवं जीव जंतुओं को संरक्षित करने के लिए सार्वजनिक स्थलों को संरक्षित कि जाये परन्तु घोसी तहसील मुख्यालय पर इस आदेश को धता बताते हुए प्राचीन सीताकुण्ड के साथ ही आस पास की पोखरियों जेसीबी मशीन एवं ट्रैक्टर ट्राली लगाकर मिट्टी डालकर तेजी के साथ कब्जा किया जा रहा हाई। फिर भी प्रशासन मूकदर्शक बनी हुई हाई। जबकि सार्वजनिक स्थलों एवं पोखरियों पर अतिक्रमण संज्ञेय अपराध माना गया हाई।
ऐसे अतिक्रमणकारी को चिन्हित कर जेल भेजने का प्रावधान किया गया हाई। फिर भी यह आदेश व अपराध अतिक्रमणकारियों के लिए कोरे कागज के सामान हाई। क्योंकि कोई भी प्रशासनिक अधिकारी यां कर्मचारी इस अतिक्रमण पर हस्तक्षेप नहीं कर रहा हाई। पहले मिट्टी डालकर पाता जा रहा हैं और कुछ ही समय बाद उस स्थान पर आलीशान बिल्डिंग बनी नजर आ रही है। इस सम्बंध में नागेन्द्र उर्फ जीतू मद्देशीया, महावीर विश्वकर्मा, अहमद जया आदि ने मांग किया है कि जनहित में यह अतिक्रमण जल्द से जल्द हटवा कर सुरक्षित की जाये अन्यथा व्यापक स्तर पर आन्दोलन किया जायेगा। उधर उपजिलाधिकारी घोसी डाक्टर सीएल सोनकर ने कहाकि संज्ञान में नहीं था। इसकी जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाई की जायेगी। दोषी बक्शे नहीं जायेंगे। अन्यथा समय रहते अतिक्रमण स्वयं हटा लें।