अजन्मा बच्चा बना जज की मौत का कारण
- प्रतिभा की कोख में पल रहा बच्चा बना पति-पत्नि के बची विवाद का कारण
- प्रतिभा थी बच्चे को जन्म देना, पति अभिषेक नहीं बनना चाहता था पिता
- पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में सामने आया सच पति ने की गला दबा कर हत्या
- वाट्सअप मैसेज ने किया खुलासा, पति पहुंचा जेल
टैम्पों में अकेला पडा रहा जज का शव
कानपुर नगर, आखिर कार पोस्टमार्टम रिपोट के साथ जज प्रतिभा की मौत का रहस्य उजागर हो गया। पुलिस के अनुसार प्रतिभा और अभिषेक के बीच विवाद का कारण प्रतिभा की कोख में पल रहा बच्चा था और अभिषेक प्रतिभा का अबॉर्शन करवाना चाहता था, जबकि प्रतिभा इस बच्चे को जन्म देना चाहती थी और इसी को लेकर वाट्सअप पर दोनो के बीच गाली गलौज हुई, जिसमें बाद शहर आये अभिषेक ने प्रतिभा का गला दबा कर हत्या की और उसके बाद उसे आत्म हत्या का रूप देने की पूरी कोशिश की।
कानपुर के कैंट इलाके के सर्किट रविवार को कानपुर देहात की महिला ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट प्रतिभा गौतम कीक हत्या गला घोट कर की गयी थी जिसकी पुष्टि देर रात पोस्टमार्टम के बाद हुई। पोस्टमार्टम के अनुसार पूरे प्रतिभा के शरीर में आई 20 से अधिक चोटो के निशान उसकी हत्या की गवाही दे रहे थे। इन निशानों से साफ है कि हत्या से पहले प्रतिभा ने हत्यारे से बडा संघर्ष किया होगा। उसकी एक कलाई पर 8 व दूसरी कलाई पर 6 कटे के निशान थे। पुलिस के अनुसार अभिषेक प्रभिा के तीन माह के गर्भ को गिराने के लिए दबाव बना रहा था जिसपर प्रतिभा सहमत नही थी और यही विवाद का बडा कारण भी बन चुका था। सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त ब्लेड भी बरामद कर लिया है, जिससे प्रतिभा की नसें काटी गयी थी। फिलहाल पुलिस ने अभिषेक को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है अब पुलिस उसे रिमांड पर लेने के लिएि कोर्ट जाएगी।
जहां एक ओर प्रतिभा की हत्या की शुरूआती जांच में पति की सारी कहानी का झूठ सामने आय है जिसपर पुलिस द्वारा उसे जेल भेजा जा रहा है तो वही पुलिस का अगला निशाना अभिषे के पिता सुरेश चंद्र राजन की भूमिका भी पुलिस को संदिग्ध नजर आ रही है। सुरेश सीबीआई कोर्ट के रिटायर्ड जज है। पोस्टमार्टम के दौरान सामने आयी रिपोर्ट ने कई राज खोल दिऐ और सबकुछ साफ हो गया। महिला जज की जांधों, पैरों, छाती सहित पूरे शरीर में 20 गंभीर चोट के निशान मिले है। हाथों की नसों को बुरी तहर काटा गया था। मौत के बाद प्रतिभा को पंखे से लटका दिया गया। एक्लकोहल की पुष्टि के लिए विसरा और ब्लड सुरक्षित करवाया गया है साथ ही दुष्कर्म की जांच के लिए अलग से स्लाइड भी बनवाई गयी है।
टैम्पों में अकेला पडा रहा जज का शव
अपने गरिमामयी पद से न्यायमूर्ति कहलाने वाली प्रतिभा की मौत के एक ऐसा भी समय आया कि जब उनकी लाश किसी लावारिस की भांति टेम्पों में पडी थी और आस पास कुत्तों का झुण्ड घूम रहा था। प्रतिभा के शव को पोस्टमार्टम के लिए टेपों में लादकर ले जाया गया और पोस्टमार्टम होने के बाद एक समय उनके शव को लावारिस ही छोड दिया गया।
प्रतिभा के पिता को थी अनिष्ट की आशंका
प्रतिभा के पता ने बताया कि शनिवार को दुपहर में उनके पास एक नंबर से काूल आई थी, लकिन फोन करने वाले ने कोई बात नही की। बताा कि उन्हे बाद में पता चला कि वह नंबर भी उनकी केटी प्रतिभा का ही था। पिता ने बताया कि बेटी प्रतिभा उनसे कुछ कहना चाहती थी लेकिन शायद उसे किसी ने रोक दिया। कहा कि फोन के बाद ही उन्हे कुछ अनिष्ट की आंशका हुई। उधर पुलिस को ड्राइंग रूम में जहां पंखे से लटकी प्रतिभा की लाश मिलने की बात बताई जा रही है वहीं सोफे पर एक शराब की बोतल मिली है। तथा नौकर अनुज के कमरे में बियर की कई खाली बोतलें मिली है। महिला जज के बाथरूम का एक दरवाजा नौकर के इसी कमरे में खुलता है।