निघासन (खीरी) – दम तोड़ता स्वच्छ भारत अभियान

फ़ारुख हुसैन 

 

निघासन खीरी। सरकार एवं प्रशासन चाहे जितना स्वच्छता को लेकर फरमान जारी करे, लेकिन विभाग इसके प्रति गंभीर नहीं है। जाम नालियां मच्छरों का प्रकोप, सड़कों पर गंदगी का अंबार स्वच्छता पर सवालिया निशान खड़ा करने के लिए पर्याप्त है। रमियाबेहड़ ब्लाक के ग्राम तेलियार में गंदगी से कराह रही नालियां स्वच्छता अभियान की पोल खोलने के लिए काफी हैं। जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा है। सफाई के अभाव में पूरे गांव की नालियां कचरे से पटी पड़ी हैं। गांव में मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है। ग्राम वासियों का कहना है कि नालियों में गंदा पानी जमने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है तथा दुर्गंध के कारण लोगों का सांस लेना भी दुश्वार हो गया है। जिसकी शिकायत ग्रामवासियों जिलाधिकारी से की है

सफाई कर्मी भी नही आते

गांवों को साफ-सुथरा रखने के लिए गांवों में लगभग आठ वर्ष पहले सफाईकर्मी नियुक्त किए गए। इसके बाद कुछ दिन तक तो गांवों में सफाईकर्मी नजर आए, लेकिन धीरे-धीरे अधिकारियों से बातचीत करने के बाद यह गांवों की बजाए ब्लाक मुख्यालय का ही चक्कर लगाने लगे। वह आते भी हैं तो केवल ग्राम प्रधान के दरवाजे पर अपना दर्शन देकर पुन: ब्लाक मुख्यालय चले आते हैं। कुछ गांवों में तो ग्रामीण खुद नालियां साफ कर रहे हैं, जबकि गांवों में इन दिनों तरह-तरह की बीमारियां भी फैलने लगी हैं। लोगों का कहना है कि गंदगी के चलते गांव में बीमारी पैर पसार रही हैं।

मेंथा की टंकी से भी होती है परेशानी

गांव में उत्तर और पश्चिम दिशा में दो लोगों ने मेंथा की टंकी लगा रखी है जिस से निकलने वाले कचरा सारा रोड पर फैला रहता है जिससे सांस लेना भी दूभर होता है और सारी गंदगी नालियों में भर जाती है और नालियां सारी बंद हो जाती हैं जिसे सारा पानी बरसात में सड़क पर आ जाता है

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