बिजली की कीमतें बढ़ाना सरकार का तानाशाही फैसला-सचिन
गौरव जैन
रामपुर। कांग्रेसियों ने सरकार द्वारा बिजली के दाम पच्चीस प्रतिशत बढ़ाये जाने के खिलाफ आवाज़ बुलंद करने की रणनीति पर मंथन शुरू कर दिया है। रविवार को लोकससभ चुनाव के बाद आयोजित कांग्रेसियों की बैठक में संगठन की मजबूती और बिहार में चमकी बुखार से हो रही बच्चों की मौतों के साथ ही बिजली की बढ़ती कीमतों पर चर्चा हुई। बैठक को संबोधित करते हुए कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सचिन त्रिवेदी ने कहा की बिजली के दाम पच्चीस प्रतिशत तक बढ़ाना सरकार का तानाशाही फैसला है। उन्होंने कहा कि ऐसा
प्रस्ताव लाने से पहले सरकार को जनता के बीच जनमत संग्रह कराकर उसकी राय लेनी चाहिए थी क्योंकि उत्तर प्रदेश की अधिकांशतः जनता औसत आमदनी वाली है जिसपर इसका बोझ बहुत अधिक पड़ेगा। सचिन ने कहा पच्चीस प्रतिशत कीमतें बढ़ने से सबसे ज्यादा असर उत्तर प्रदेश के नागरिकों पर पड़ेगा क्योंकि अन्य राज्यो की तुलना में पहले ही उत्तर प्रदेश में बिजली महंगी है। बैठक में आम सहमति से निर्णय लिया गया कि बिजली की बढ़ती कीमतो के मुद्दे पर आम जनता के बीच सरकार की जनविरोधी नीतियों को लेकर चर्चा की जाएगी और तहसील स्तर पर विरोध प्रदर्शन आयोजित किये जायेंगे। इसके अलावा बिहार में लगातार चमकी बुखार के कारण हो रही मौतों पर कांग्रेसियों से वहां की नीतीश और केंद्र की मोदी सरकार को घेरा। सचिन ने कहा मोदी जी ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का झूठा वायदा किया था। इसके अलावा आज वहां लगातार हो रही बच्चों की मौतों पर केंद्र व वहां की राज्य सरकार दोनों ही मौन हैं। जबकि पूरे देश मे इस मुद्दे पर हाहाकार मचा हुआ है। इसके अलावा संगठन को मजबूत करने पर भी विशेष जोर दिया गया और काम करने वाले नौजवान कार्यकर्ताओ को आगे बढ़ाने की मांग की गई।
इसके अलावा तय हुआ कि मासिक बैठक में कार्यकर्ताओं को दिए गए लक्ष्यों की समीक्षा भी की जाएगी। अंत मे बिहार में चमकी बुखार के पीड़ितों को दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि भी अर्पित की गई। इस अवसर पर जिला सचिव शप्पू अंसारी,जब्बार खान,कुमार एकलव्य,कामरान खान,शुभम पटेल,ज़ीशान पाशा,कलीम अहमद, सद्दाम शाहिद,कामिल कांग्रेसी,शाहजमान आर्यन, वजाहत खान, साकिब, नदीम मुमताज़,इमरान साबरी, रमेश चंद्र व अन्य बहुत से कार्यकर्ता रहे।