संकट में कर्णाटक सरकार, सीएम कुमारस्वामी अमेरिका दौरा रद्द कर आज वापस आ सकते है इण्डिया
तारिक जकी
बेंगलूर : आखिर कार सियासत के ऊंट ने करवट ले ही लिया है। सियासी जद्दोजहद झेल रहे कर्णाटक का कर कर नाटक सरकार बनने के पहले से लेकर अभी तक बदस्तूर जारी है। इस दौरान अब कांग्रेस और जेडीएस के कुल मिला कर 11 विधायको ने इस्तीफा देकर कर्णाटक की सरकार पर संकट खड़ा कर दिया है।
ख़ास बात इस इस्तीफे की यह रही है कि इस बार सियासी संकट में सरकार उस वक्त आई है जब प्रदेश के मुखिया कुमारस्वामी खुद देश में नहीं है। कुमारस्वामी इस समय अमेरिका के दौरे पर है। इस दौरान राज्य में कांग्रेस और जेडीएस के 11 विधायकों ने इस्तीफ़ा दे दिया है। ये असंतुष्ट विधायक पहले स्पीकर से मिलने गए, लेकिन स्पीकर घर पर नहीं मिले। उसके बाद वो राज्यपाल से मिलने पहुंचे। स्पीकर ने कहा है कि वो निजी काम से बाहर थे, लेकिन उन्होंने 11 इस्तीफ़ों की पुष्टि की है। स्पीकर ने कहा है कि कल रविवार है और वे सोमवार को इस मामले को देखेंगे। इन 11 विधायकों के अलावा एक और विधायक हैं जो कह रहे हैं कि वो इस्तीफ़ा दे सकते हैं। इन विधायकों के इस्तीफ़े के बाद कुमारस्वामी सरकार पर बहुमत खोने की नौबत में आ चुकी है।
दूसरी तरफ खबर है कि कांग्रेस के संकटमोचक डी के शिवकुमार ने 3 असंतुष्ट विधायकों के साथ बैठक की है। वहीं, कर्नाटक के कांग्रेस प्रभारी के सी वेणुगोपाल बेंगलुरू पहुंच रहे हैं। हालांकि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दिनेश कूंडू राव बाहर हैं, वे कल बेंगलुरू पहुंच जाएंगे। खबर है कि विधायकों को मनाने के लिए उप मुख्यमंत्री जी परमेश्वर और मंत्री डी के शिवकुमार ने विधायकों की आपातकाल बैठक बुलाई है। वहीं कहा जा रहा है कि कुर्सी पर संकट को देखते हुए सीएम आज रात या कल सुबह तक देश लौट आएंगे।
गौरतलब है कि सोमवार को ही दो कांग्रेस विधायकों आनंद सिंह और रमेश जारकेहोली ने इस्तीफ़ा दिया था। जिसके बाद कर्नाटक विधानसभा में कांग्रेस-जेडीएस की गठबंधन सरकार में 116 विधायक रह गए थे, जबकि बहुमत का आंकड़ा 113 है। कर्नाटक में जारी सियासी उठा पटक पर कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने कहाकि सिस्टम से उन्हें दुख हुआ है। वे कुछ छोटी-मोटी कहानियां सुना रहे हैं। ये कोई ऐसी कहानी नहीं है कि आप जाएं और इस्तीफा दे दें, लेकिन हमारे लिए ये शॉकिंग हैं। मैं मानता हूं है कि उन्हें सदबुद्धि आए।