हाले स्वास्थ्य विभाग….एम्बुलेंस का इंतज़ार किया होता तो मर जाता मरीज़
प्रदेश सरकार जितने भी दावे कर ले मगर जमीनी स्तर पे स्वास्थ्य से सम्बंधित सभी दावे खोखले नजर आते है 108 पे एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध कराके प्रदेश सरकार ने एक क्रातिकारी योजना की शुरुवात किया मगर 108 की कार्यशैली अक्शर ही सवालिया घेरे में नजर आती है जिसकी एक बानगी मऊ जनपद के ग्रामीण क्षेत्र में देखने को मिली जहा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मधुबन के मात्र पांच किलोमीटर दूर सड़क पर एक दुर्घटना ग्रस्त मरीज तड़पता रहा मौजूद परिजन और ग्रामीण 108 पर काल करते रह गए हर बार पांच मिनट पर एम्बुलेंस पहुचने का आशवाशन सेवा केंद्ग मिलता रहा परन्तु लगभग 45 मिनट तक एम्बुलेंस न आयीं अन्तितागतवा हमारे पत्रकार (मऊ ब्यूरो चीफ) संजय ठाकुर ने अपने मानवता का परिचय देते हुए घायल को अपने मोटर साइकिल में बैठाकर अस्पताल तक पहुचाया और वहा उपस्थित रहकर गम्भीर रूप से घायल का इलाज करवाया ।
मामला कुछ इस तरह था की मधुबन थाना क्षेत्र ग्राम महमूद पुर सराय पोस्ट नेमगढ़ के रहने वाले रमाकांत यादव की सड़क पर दुर्घटना से गंभीर चोटे आई थी तक़रीबन 45 मिनट तक एम्बुलेंस घटना स्थल पर नहीं पहुची थी ।