एसडीएन मधुबन के नज़र में स्वतंत्रता दिवस क्या 18 अगस्त को होता है, एसडीएम का जारी पत्र हुआ वायरल
मुकेश कुमार
मऊ। मधुबन तहसील और विवादों का पुराना नाता होता जा रहा है। अभी फर्जी वरासत का मामला ठंडा भी नही पड़ा था कि एसडीएम के स्टोनो बाबु ने फर्जी चालान शस्त्र लाईसेंस धारी को थमा कर बड़ा घोटाला कर सरकार को लम्बी आर्थिक चोट पहुचाई। ये मामला अभी थमा भी नहीं था कि एसडीएम साहब ने पत्र जारी कर दिया और वह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसमे उन्होंने स्वतंत्रता दिवस 18 अगस्त को मनाने की तैयारी के तहत दिशा निर्देश जारी किये थे।
आज एसडीएम मधुबन का 13 अगस्त को जारी एक पत्र सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। पत्र एसडीएम ने अपने अधिनस्थो और थाना स्तर को जारी किया है। पत्र में स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रमो और सुरक्षा के दृष्टिगत आवश्यक दिशा निर्देश है। पत्र में एसडीएम साहब ने स्वतंत्रता दिवस 18 अगस्त को दर्शाया है। इस पत्र के साथ सोशल मीडिया यूजर्स जमकर मज़ाक उड़ा रहे है। पत्र सोशल मीडिया के व्हाट्सअप पर जमकर वायरल हो रहा है।
वैसे देखा जाये तो एसडीएम साहब अब आज एक बयान जारी करके इसको लिपिकीय त्रुटी करार देकर अपना बयान जारी कर देंगे। मगर यहाँ सवाल बहुत गंभीर है कि क्या एसडीएम साहब किसी भी निर्देश हेतु जारी पत्र को बिना पढ़े ही उसके ऊपर हस्ताक्षर कर देते है। अगर उनकी यह आदत में शुमार है तो फिर कही एसडीएम साहब बिना पढ़े ही किसी के संपत्ति को किसी और को देने अथवा किसी के मौत के फरमान पर ऐसे ही दस्तखत न कर बैठे। वैसे भी एसडीएम साहब के कार्यालय में ऐसे स्टोनो है जिनके ऊपर धोखाधड़ी के बड़े आरोप लग चुके है। आरोपों के अनुसार स्टोनो बाबु ने फर्जी चालान थमा कर पैसे हड़प लिए थे। इसके बाद भी शस्त्र लाईसेंस धारी को यह कहकर धमकी भी देते हुवे एक वायरल वीडियो में दिखाई दिए थे कि आएगा तो आखिर में मेरे पास ही न।
अब आप खुद सोचे एसडीएम साहब कि आपके अधिनस्थो की हरकते ऐसी है तो ऐसे ही किसी लिपिकीय त्रुटी में कही कोई बड़ी घटना न घटित हो जाये। यह वायरल होता पत्र मधुबन एसडीएम के कार्यालय से पत्राक 161(3) दिनांक 13-8-2019 को जारी हुआ है। जिस पर एसडीएम मधुबन ने 13-8-2019 को हस्ताक्षर भी बनाया है।