धू-धूकर जला रावण का अहंकार, अधर्म पर हुई धर्म की विजय
प्रदीप दुबे “विक्की”
औराई भदोही। न्याय की अन्याय पर, धर्म की अधर्म पर, सदाचार की दुराचार पर, गर्व की अहंकार पर, अच्छाई की बुराई पर, सत्य की असत्य पर और अंधकार पर उजाले के विजय का प्रतीक विजयदशमी का पर्व मंगलवार को कैयरमऊ दीनानाथ पुर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान रावण के पुतले का दहन किया गया। भगवान श्रीराम ने जैसे ही रावण रूपी पुतले में आग लगाई। पूरा रामलीला मैदान श्रीराम के जयकारों से गूंज उठा। इसके पूर्व राम रावण के भयंकर युद्ध का भी दर्शकों ने आनंद उठाया।
औराई थाना क्षेत्र के कैयरमऊ दीनानाथ पुर प्राथमिक बिद्यालय के रामलीला मैदान में मंगलवार को विजयदशमी के अवसर पर रावण का वध किया गया। विशालकाय दशानन के पुतले में जैसे ही आग लगी पूरा क्षेत्र जय श्री राम के जयकारे से गूंज उठा। अधर्म पर धर्म की जीत को देखने के लिए कई गांवों सहित आसपास से आए दर्शकों और भक्तों की भारी संख्या में भीड़ उमड़ी रही। रामलीला मैदान में रावण वध देखने के लिए दोपहर बाद से ही भीड़ उमड़ने लगी थी। शाम 5:00 बजे के बाद जब भगवान श्रीराम और दशानन के बीच युद्ध शुरू हुआ, तो रामलीला मैदान में पांव रखने की जगह नहीं बची थी। राम-रावण युद्ध के बीच में जय श्री राम के जयकारे लग रहे थे।
भगवान श्री राम ने विभीषण की सलाह पर जैसे ही रावण के नाभि कुंड में तीर मारा तो रावण का विशालकाय पुतला धू-धू कर जलने लगा। युद्ध का आरम्भ भगवान राम की आरती पूजन के बाद शुरू हुआ। बुराई पर अच्छाई के जीत के इस पर्व पर लोगों ने खुशी जाहिर करते हुए एक दूसरे को बधाइयां दी।