दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने सुभाष चोपड़ा एवं पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद बने चुनाव समिति के चेयरमैन
संजय ठाकुर
नई दिल्ली. कांग्रेस की दिल्ली इकाई को लेकर लंबे समय से चल रही अटकलों पर बुधवार को विराम लग गया. कांग्रेस ने सुभाष चोपड़ा को अपनी दिल्ली इकाई का अध्यक्ष और पूर्व सांसद कीर्ति आजाद को चुनाव प्रचार समिति का प्रमुख नियुक्त किया है| संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से बुधवार को जारी बयान के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने चोपड़ा और आजाद की नियुक्ति की।
72 वर्षीय चोपड़ा को उनके जन्मदिन 23 अक्टूबर को दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। पूर्व क्रिकेटर आजाद ने इस नियुक्ति के साथ लंबे समय बाद दिल्ली की राजनीति में वापसी की है। भाजपा में रहते हुए वह दरभंगा से सांसद रहे। उनके पिता भगवत झा आजाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और बिहार के मुख्यमंत्री रहे थे। कांग्रेस पार्टी फिलहाल बड़े पदों पर अनुभवी लोगों को तरजीह दे रही है। सुभाष चोपड़ा का राजनीतिक जीवन छात्र राजनीति से शुरू हुआ है। 1968 में छात्र नेता के तौर पर कांग्रेस की राजनीति में सक्रिय हुए। ब्रिटेन से कानून की भी पढ़ाई कर चुके हैं दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी में कई पदों पर रहे| सुभाष चोपड़ा दिल्ली कांग्रेस के सचिव, खाजानची और महासचिव के अलावा उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं।
इसके साथ ही वे दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी रहे। सुभाष चोपड़ा 1968 में चौथे मेट्रोपोलिटन काउंसिल के सदस्य और 1998 व 2003 में विधायक बने। रहे जून 2003 से दिसंबर 2003 तक विधानसभा के स्पीकर रहे| 2008 में वे फिर विधायक बने। सोनिया गांधी ने सुभाष चोपड़ा को दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाकर पंजाबी वोटर्स को साधने की कोशिश की है, तो कीर्ति आजाद को दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार समिति का प्रभारी बनाकर पूर्वांचल के वोटर्स पर भी नजर रखी है। कांग्रेस इस बात को अच्छी तरह से समझती है कि जिस तरह से जहां भारतीय जनता पार्टी बिहार के वोटों को लुभाने के लिए मनोज तिवारी को अध्यक्ष बना रखा है। उसके तोड़ के लिए कांग्रेस पार्टी ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री भगवत झा के बेटे कीर्ति आजाद को दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी चुनाव समिति का चेयरमैन बनाया है।
बिहार में जन्मे कीर्ति आजादी नामी क्रिकेटर भी रहे हैं। वह दिल्ली से लोकसभा सांसद भी रहे हैं। बेबाक टिप्पणी के लिए जाने जाते हैं। कीर्ति आजाद ने बतौर क्रिकेटर 1980 से 1986 तक क्रिकेट खेला। इस दौरान कुल 7 टेस्ट मैच और 25 एकदिवसीय मैचों में भारतीय टीम का हिस्सा रहे हैं। दिल्ली प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष विकास चिकारा एवं प्रभारी डॉ अनिल मीणा ने बताया कि दिल्ली के विकास कार्यों में अहम भूमिका निभाने वाली पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित जी की कमी सभी कार्यकर्ता महसूस करते हैं। कांग्रेस पार्टी द्वारा सुभाष चोपड़ा एवं कीर्ति आजाद को दिल्ली प्रदेश की जिम्मेदारी देने पर सभी कार्यकर्ताओं में जोश है। दिल्ली में आने वाले विधानसभा चुनाव में रामबाण साबित होगा