संगीनों के साए में रहा प्रयागराज, कायम रहा अमन, मुस्तैद रही सुरक्षा, रात भर होती रही गश्त
तारिक खान
प्रयागराज। अयोध्या मुद्दे पर फैसला आने के दौरान दिनभर पूरे जिले में सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रही। सुबह से ही पूरे जिले में सतर्कता बरती गई। जिले को 98 सेक्टर के अलावा जोन व सुपरजोन में बांटा गया था। अफसर मयफोर्स गश्त करत रहे और इसका असर भी दिखा। कहीं से भी किसी तरह की अप्रिय स्थिति की खबर नहीं आई और अमन-चैन कायम रहा।
अयोध्या मुद्दे पर फैसला शनिवार को सुनाए जाने की खबर आने के बाद से ही जिले में पुलिस अफसरों की सक्रियता बढ़ गई थी। रात में ही पुलिस ने तमाम इलाकों में गश्त शुरू कर दी थी। साथ ही फोर्स की तैनाती भी शुरू हो गई थी। सुबह होते-होते हाल यह हुआ कि पूरा जिला छावनी में तब्दील कर दिया गया। सुरक्षा के लिहाज से शहर को सुपर जोन, जोन, सेक्टर व सर्किल में बांटा गया था। कुल 98 सेक्टर बनाए गए थे जबकि नौ जोन, तीन सुपरजोन में जिले को बांटा गया था। सेक्टरों की जिम्मेदारी जहां सब इंस्पेक्टर को दी गई थी वहीं जोन का प्रभारी डिप्टी एसपी स्तर के अफसर थे। इसी तरह सुपरजोन के लिए एडिशनल एसपी स्तर के अफसरों को तैनात किया गया था। शहर के अलावा गंगापार व यमुनापार को सुपरजोन बनाया गया था।
शहर में एसपी सिटी बृजेश कुमार श्रीवास्तव के साथ एसपी ट्रैफिक कुलदीप सिंह, गंगापार में एसपी गंगापार नरेंद्र प्रताप सिंह के साथ एसपी प्रोटोकॉल आशुतोष द्विवेदी व यमुनापार में एसपी दीपेंद्रनाथ चौधरी के साथ एसपी क्राइम आशुतोष मिश्रा को सुपरजोन इंचार्ज बनाया गया था। दरोगाओं को कहा गया था कि वह अपने-अपने सेक्टरों में मौजूद रहकर हर संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी तुरंत इंस्पेक्टर या डिप्टी एसपी स्तर के अफसरों को दें। सीओ के साथ पेशी कार्यालयों की मोबाइल टीमें भी लगाई गई थीं जो लगातार भ्रमणशील रहकर जोन के सभी सेक्टरों की निगरानी में लगे रहे। इसी तरह सुपर जोन इंजार्च भी क्यूआरटी(त्वरित कार्रवाई बल) के साथ अपने-अपने सुपर जोन में बनाए गए जोन व सेक्टरों में गश्त कर सुनिश्चित करते रहे कि कहीं किसी तरह की अप्रिय स्थिति न उत्पन्न हो सके।