घर के अन्दर खज़ाना बताकर लाखों की ठगी, पीड़ित परिवार का आरोप – पुलिस नही कर रही सुनवाई
फारुख हुसैन
लखीमपुर-खीरी /पलिया कलां ÷ आज जहां मानव चांद पर कदम रख चुका है और हम आधुनिकता की बात कर रहें हैं और यही नहीं हम डिजिटल इंडिया के सपनों को साकार करने में भी लगे हैं। लेकिन फिर भी हम जाने अनजाने अंधविश्वासो के चक्रव्यूह में फंस ही जाते हैं। जिसके बाद हमें पछताने के अलावा कुछ हाथ नहीं लगता और आज हम एक ऐसे ही अंधविश्वास के चक्कर में फंसे एक ऐसे पीड़ित परिवार की कहानी बताने जा रहें हैं जिससे एक तांत्रिक ने उनके ही घर में करोणों का खजाना बताकर लाखों की ठगी करके ले गया। तांत्रिक द्वारा ठगी होने का एहसास होने पर पीड़ित परिवार ने कोतवाली में तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई है।
जानकारी के अनुसार यह ठगी का मामला युपी के लखीमपुर खीरी के कोतवाली पलिया क्षेत्र के इन्दिरा नगर का बताया जा रहा है। जहां पर वर्षों से रह रहें प्रभू दयाल का परिवार तंत्र मंत्र ,जादू टोना, एवं अंध विश्वास, में फंसकर तांत्रिकों के ठगी का शिकार बन गया। प्रभु दयाल के घर आये तांत्रिकों ने उसके घर मे करोड़ो रूपये का खज़ाना ज़मीन के अन्दर गड़े होने की बात बतायी। जिसे पहले तो उसके परिवार ने इस बात को स्वीकार नहीं किया। लेकिन जब तांत्रिक के द्वारा साथ आयी महिला ने जब यह बताया कि इन्होंने ही हमारे घर पर भी बड़ी मात्रा में खजाना निकाल कर दिया है। जिसकी बात सुनकर प्रभुदयाल का परिवार को उस महिला की बात सच लगी और करोड़ो रूपये के ख़ज़ाने की बात सुनकर उनको कुछ लालच भी आ गया। फिर प्रभु दयाल सहित उसका पूरा परिवार इन तांत्रिको का अन्धभक्त हो गया। उसके बाद फिर शुरू हुआ पूजा और अनुष्ठान के नाम पर ,अवैध वसूली का सिलसिला,जो लगभग सात लाख रुपये वसूलने के बाद ही थमा पाया और बेटियों की शादी के लिये रखा रूपया ख़ज़ाने के नाम पर तांत्रिक ने लूटता रहा। उसने दस पुराने जमाने के लोहे के सिक्के जमीन के अंदर एक घड़े में रखी पोटली में निकाले। जिसके बाद उनको कही जगहों पर अपने साथ ले जाकर पूजा वगैरह भी करवाई और यहीं नहीं उस तांत्रिक ने बेटियों की शादी में रखे जेवर भी ले लिये और उसके बाद वहां से रफूचक्कर हो गए।
अर्जुन कुछ दिनों के बाद भी वह वापस नहीं आए तो हमको अपने ठगे जाने का एहसास हुआ। ठगी का शिकार हुए प्रभु दयाल ने बताया और उसके परिवार ने बताया कि उसने पूरे मामले की शिकायत पुलिस से की है, पुलिस ने कार्यवाही का आश्वासन दिया है लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गयी है। अब देखना ये है की क्या भ्रष्ट हो चुके इस प्रशासन से प्रभू दयाल और उसके परिवार को इंसाफ़ मिल पायेगा ? क्या इन लूटेरों तांत्रिकों के खिलाफ कोई कार्यवाही होगी ? क्या प्रभु दयाल के बेटी के हांथ पीले हो पाएंगे ? क्या इसी तरह इक्कसवीं सदी में भी लोग तन्त्र-मंत्र ,और अंधविश्वास के चक्कर में लूटते रहेंगे ?