पशु तस्करों के निशाने पर दुधवा नेशनल पार्क
फारुख हुसैन
गौरीफंटा. पड़ोसी देश नेपाल से आने वाले पशुओं की तस्करी इन दिनों भारत की ओर की जा रही है पड़ोसी देश नेपाल की ओर से जंगलों के रास्तों से होकर गाय, भैंस एवं दुधारू पशुओं को सस्ते दामों में खरीद कर दुधवा नेशनल पार्क के घने जंगलों से होते हुए इन्हें पलिया, संपूर्णनगर वाया पूरनपुर ले जाया जाता है जहां इन्हें व्यापारियों के हाथों महंगे दामों पर बेचकर काटा जा रहा है। यह पूरा खेल वन विभाग के फॉरेस्ट गार्ड, रेंजर एवं उच्च अधिकारियों की जानकारी में हो रहा है। प्रति जानवरों के हिसाब से वन विभाग के अधिकारी अपनी जेबें भर रहे हैं। लेकिन उच्चाधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लग रही।
भारतीय जनता पार्टी की सरकार जब बनी थी तब यह चर्चा जोरों पर थी कि अब जानवरों की तस्करी एवं जानवरों के कटने की खबरों में कमी आएगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं जानवरों की तस्करी में दिन पर दिन इजाफा ही हो रहा है। एक पशु तस्कर ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि नेपाल से औने पौने दामों में जानवर का वजन देखकर ठेकेदार इसकी खरीद करता है लेबरों के माध्यम से दुधवा नेशनल पार्क के घने जंगलों में अंदर से यह जानवर दुधवा के पास फरसैया टांडा गांव लाए जाते हैं टांडा गांव से यह संपूर्णनगर, पूरनपुर के रास्ते स्लॉटर हाउस तक पहुंचाए जा रहे हैं। जिसमें बंशीनगर चौकी समेत कदम कदम पर सभी की जेबें गर्म होती रहती हैं जिससे यह व्यापार धड़ल्ले से हो रहा है।