अभद्रता को लेकर चर्चा में रहे एसएसबी इस्पेक्टर पर गिरी कार्रवाई की गाज, अभय यादव को सौंपी गई गौरीफंटा बॉर्डर की जिम्मेदारी
फारुख हुसैन
पलियाकलां-खीरी। भारत नेपाल के गौरीफंटा बॉर्डर पर आए दिन अभद्रता को लेकर चर्चा में रहने वाले एसएसबी के इस्पेक्टर जसवीर पर विभाग ने कार्रवाई का चाबुक चलाते हुए उनका स्थानांतरण कर दिया है उनके स्थान पर पूर्व में गौरीफंटा बॉर्डर पर तैनात रह चुके अभय यादव को बॉर्डर की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
भारत नेपाल के गौरीफंटा बॉर्डर पर एसएसबी 39वीं वाहिनी के कंधों पर सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गई है जिसको जवान बखूबी निभाते रहे हैं। लेकिन कुछ समय पूर्व गौरीफंटा बॉर्डर पर तैनात किए गए इस्पेक्टर जसवीर ने इस कदर आतंक मचा दिया कि भारत और नेपाल दोनों देशों के नागरिकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इतना ही नहीं अपनी अभद्र कार्यप्रणाली के लिए चर्चा में आए एसएसबी इस्पेक्टर जसवीर पत्रकारों से भी अभद्रता करने से नहीं चूकते थे। कई बार उक्त इस्पेक्टर की झड़प बॉर्डर पर तैनात अन्य एजेंसियों के कर्मचारियों से भी हुई लेकिन दबंगई के चलते कोई कार्रवाई करने का साहस नहीं कर सका।
इधर एसएसबी के इस्पेक्टर की दबंगई की शिकायत भारत और नेपाल के नागरिकों ने एसएसबी के उच्चाधिकारियों से लेकर दूतावास से करते हुए कार्रवाई की मांग की। मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसबी के आला अधिकारियों ने गौरीफंटा बॉर्डर पर तैनात एसएसबी इस्पेक्टर जसवीर को बॉर्डर से हटाते हुए पूर्व में तैनात इस्पेक्टर अभय यादव को गौरीफंटा बॉर्डर की जिम्मेदारी सौंप दी। नवागत इस्पेक्टर ने गौरीफंटा बॉर्डर पर पहुंचकर अपना चार्य संभाल लिया है। बता दे कि पलिया तहसील के सभी बॉर्डर पर तैनात एसएसबी अपने कार्य को पूरी ईमानदारी से अंजाम देती आई है लेकिन गौरीफंटा बॉर्डर पर तैनात किए गए उक्त इस्पेक्टर ने कुछ इस कदर आतंक मचाया कि लोग एसएसबी की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान उठाने लगे थे।