अंधविश्वास और संपत्ति विवाद में बेटे और पोते ने ही कर डाली बुज़ुर्ग की हत्या, पुलिस ने किया मामला दर्ज
शहनवाज़ अहमद/ तसलीम अहमद
गाजीपुर। एक बाप की हत्या एक बेटा खुद कर दे वह भी केवल अंध विश्वास के चक्कर में पड़ कर तो इसको कलयुग ही कहा जायेगा। इस घोर कलयुग के दौर में यह संभव है। ऐसा ही कुछ हुआ है गाजीपुर जनपद के ज़मानिया कोतवाली क्षेत्र का। जहा एक बेटे और पोते ने ही मिलकर एक बुज़ुर्ग की जान केवल संपत्ति विवाद और अंधविश्वास के चक्कर में ले लिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक के दूसरे बेटे की तहरीर पर चार लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
प्राप्त समाचारों के अनुसार बरुइन गांव निवासी हरिहर तिवारी (75) के तीन बेटे हैं। बड़ा भीष्मदत्त स्कूल चलाता है। दूसरा बेटा गांव में ही क्लीनिक चलाता है। तीसरा बेटा कहीं बाहर रहकर नौकरी करता है। मृतक की संगति कुछ ऐसे लोगों संग थी जो अंधविश्वास का काम करते थे। इसे लेकर उनका पुत्र उस पर अक्सर ही आरोप लगाता रहता था। शनिवार सुबह हरिहर तिवारी अपने अहाते में जा रहे थे कि तभी भीष्मदत्त और उसका बेटा विद्यासागर वहां आए और कुछ विवाद के बाद दोनों ने उन पर लाठी-डंडे से हमला कर दिया। बुरी तरह पिटाई से लहूलुहान हरिहर वहीं गिर पड़े तो हमलावर वहां से फरार हो गए। आनन-फानन में लोग उन्हें उनके दूसरे पुत्र डा भृगुनाथ तिवारी की डिस्पेंसरी पर ले गए, जहां उनकी मौत हो गई।
सूचना मिलते ही कोतवाल राजीव कुमार सिंह तथा चौकी प्रभारी अनिल कुमार पांडेय पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंच गए। एसपी ओमप्रकाश सिंह ने घटनास्थल का मुआयना किया। इस संबंध में क्षेत्राधिकारी सुरेश शर्मा ने बताया कि घरेलू विवाद को लेकर यह घटना हुई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। मृतक के पुत्र डा। भृगुनाथ तिवारी की तहरीर पर भीष्मदत्त तिवारी, उसके पुत्र विद्यासागर, पुत्री कुसुम तिवारी तथा पत्नी रोशनावती देवी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
मृतक के पुत्र डा भृगुनाथ का कहना था कि भीष्मदत्त करीब 20 वर्ष पूर्व परिवार से अलग होकर अपना प्राइवेट विद्यालय चलाने लगा। कुछ वर्ष पूर्व विद्यालय बंद हो गया था। इसके बाद वह पिता से जमीन बंटवारे और भूत प्रेत को लेकर आए दिन झगड़ा करता था। आज भी इन्हीं बातों को लेकर दोनों झगड़ा कर रहे थे और कहासुनी के बीच उसने और उसके पुत्र विद्यासागर ने लाठी-डंडे से प्रहार कर पिता की हत्या कर दी।