मनरेगा का काम मागने आये मजदूरों और ग्राम प्रधान में हुई जमकर मारपीट, पुलिस ने 38 लोगो पर दर्ज किया मुकदमा, प्रधान अपने बेटे सहित गिरफ्तार
संजय ठाकुर
आजमगढ़. आजमगढ़ जिले के सिधारी थाना क्षेत्र के मूसेपुर गांव में शुक्रवार रात हुई दो पक्षों के बीच मारपीट और पथराव के मामले में दरोगा दिग्विजय तिवारी ने तहरीर देकर दोनों पक्षों के लॉकडाउन के उल्लंघन के साथ कई धाराओं में मामला दर्ज कराया है। इसमें दोनों के 38 शामिल हैं। पुलिस ने इस मामले में प्रधान, उसके बेटे सहित पांच लोगों को जेल भेज दिया है। अन्य आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है।
प्रभारी निरीक्षक सिधारी विनय मिश्रा के मुताबिक जेल जाने वालों में ग्राम प्रधान सुनील तिवारी, उनका बेटा कृपाशंकर तिवारी के अलावा दूसरे पक्ष के प्रमोद, संदीप, राकेश, राजेश सहित पांच लोग शामिल हैं। फरार लोगों में गोविंदा, अभिषेक, चंद्रशेखर, गुड्डू सहित 33 लोगों का नाम है, जिनकी तलाश की जा रही।
जांच के दौरान पता चला की शुक्रवार को मनरेगा के तहत काम करने के लिए 48 जॉबकार्ड धारक पहुंच गए, जबकि इतने मजदूरों की आवश्यकता नहीं थी। इससे सोशल डिस्टेंशिंग का भी उल्लंघन हो रहा था। ऐसे में प्रधान ने सिर्फ 15 मजदूरों को रोका, शेष लोगों को वापस करते हुए बाद में काम देने की बात कही।
इससे नाराज मजदूर शुक्रवार की रात प्रधान के घर पहुंच गए और काम मांगने लगे। बातचीत के दौरान ही दोनों पक्ष के लोग आमने सामने हो गए और मारपीट, पत्थरबाजी करने लगे। मनबढ़ों ने दो पुलिसवालों की बाइक तोड़कर उन्हें भी मार पीट कर घायल कर दिया। प्रभारी निरीक्षक ने बताया की गांव का माहौल अब शांत है। आरोपी पक्ष के लोग घर छोड़कर फरार हो गए हैं। उनकी तलाश में लगातार दबिश दी जा रही।