ग्रीन जोन वाले जिलों में ही जांची जाएंगी यूपी बोर्ड की कॉपियां
तारिक खान
लखनऊ। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की कॉपियों का मूल्यांकन अब सिर्फ ग्रीन जोन वाले 20 जिलों में ही होगा। मूल्यांकन कार्य मंगलवार से शुरू होगा और 25 मई तक चलेगा। अभी रेड जोन और ऑरेंज जोन वाले जिलों में मूल्यांकन कार्य को स्थगित कर दिया गया है। प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला की ओर से सोमवार को संशोधित आदेश जारी कर दिया गया है।
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की कॉपियों का मूल्यांकन कार्य को पहले सभी जिलों में शुरू करने के आदेश दिए गए थे। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की कॉपियों का मूल्यांकन ग्रीन जोन वाले जिन 20 जिलों में मंगलवार से शुरू होगा उनमें शाहजहांपुर, बाराबंकी, खीरी, हाथरस, महराजगंज, आंबेडकर नगर, बलिया, चंदौली, चित्रकूट, देवरिया, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, हमीरपुर, कानपुर देहात, कुशीनगर, ललितपुर, महोबा ,सिद्धार्थनगर, सोनभद्र और अमेठी शामिल हैं। इन जिलों में मूल्यांकन केंद्रों पर शारीरिक दूरी और जरूरी एहतियात बरतते हुए शिक्षक मूल्यांकन कार्य करेंगे।
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की कॉपियों का मूल्यांकन कार्य को अभी रेड और ऑरेंज जोन में स्थगित कर दिया गया है। शिक्षा विभाग इसके लिए अलग से आदेश जारी करेगा। मालूम हो कि सभी जिलों में मूल्यांकन शुरू किए जाने के आदेश का शिक्षक संगठनों ने विरोध किया था, उन्होंने मूल्यांकन कार्य में सहयोग न देने की भी घोषणा की थी। इसके बाद माध्यमिक शिक्षा विभाग को संशोधित आदेश जारी करना पड़ा।
उधर, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेशीय मंत्री डॉ. आरपी मिश्रा ने फिर मांग की है कि कॉपियां शिक्षकों के घर भेजी जाएं। सिर्फ 20 जनपदों में कॉपियों के मूल्यांकन से रिजल्ट नहीं निकलने वाला, बल्कि इससे संक्रमण फैलने की आशंका ही बनी रहेगी। उधर राजकीय शिक्षक संघ के अध्यक्ष पारसनाथ पांडेय और माध्यमिक शिक्षक संघ चेत नारायण गुट के प्रदेशीय मंत्री डॉ महेंद्र नाथ राय का कहना है कि सिर्फ ग्रीन जोन के जिलों में मूल्यांकन कार्य शुरू किया जाना ठीक कदम है। वह इसका समर्थन करेंगे।