गज़ब की मुहब्बत, माशूक से मिलने 1300 किमी पैदल चल कर बनारस आया आशिक, फिर हुआ ऐसा
तारिक आज़मी
वाराणसी। लैला मजनू, शिरी फ़रहात के प्यार के अफ़साने तो हमने काफी सुने है। मगर ये इश्क में एक दुसरे पर जान दे देने का और भी कई मामला सामने आया है। इस वाकये में भी इश्क के खातिर एक युवक लगभग 1300 किलोमीटर चलकर अपनी माशूक से मुलाकात करने चला आता है। एक मिस्ड काल पर प्यार हुआ, इसके बाद दोनों ने एक दुसरे से बातचीत शुरू कर दिया। मुलाकात का प्लान बनाया मगर प्लान सफल नही हो पाया और लॉक डाउन पुरे देश में लागू हो गया। मिलने का प्लान सफल नही हो पाया।
इसके बाद फिर इश्क में माशूक के लिए जो किया वह वाकई एक नजीर कायम कर चूका था। शायद शिरी फ़रहात की दास्तान से कम ये दास्ताँ नही रही और माशूक से मिलने के लिए लगभग 1300 किलोमीटर का पैदल सफ़र तय करके इश्क सरज़मीन-ए-बनारस आ गया। मामला तो तब खुला जब लड़की की माँ ने थाने में अपनी बेटी की गुमशुदगी दर्ज करवाई।
घटना के सम्बन्ध में प्राप्त समाचारों के अनुसार वाराणसी के मिर्जामुराद थाने में एक मां ने बेटी के लापता होने की सूचना दी। पुलिस ने लड़की का मोबाइल नंबर ट्रैस करके खोजबगीन शुरू की। लड़की का लोकेशन वाराणसी के ही लंका क्षेत्र में मिला। पुलिस वहां पहुंची तो लड़की अपने प्रेमी के साथ थी। पूछताछ करने पर पता चला की युवती का प्रेमी गुजरात का रहने वाला है। दोनों ने पहले से ही मिलने का प्लान बनाया था। लेकिन लॉकडाउन के कारण वह आ नहीं पा रहा था। फिर एक दिन वह अहमदाबाद से पैदल ही अपनी प्रेमिका से मिलने पहुंच गया।
युवक के आने का युवती को जैसे समाचार मिलता है वह तुरंत ही उससे मिलने की तरकीब निकाली और लड़की मंगलवार की देर शाम घर से साइकिल निकल पड़ी। गांव में ही साइकिल खड़ी करके अपने एक परिचित के साथ अहमदाबाद से आए प्रेमी से मिलने लंका पहुंच गई। अब इसके बाद शुरू हुआ एक हाईटेक ड्रामा। युवती को थाने लाया जाता है। इसके बाद भी युवती अपने घर जाने को तैयार नही हो रही था। इसके बाद लड़की की माँ और गाव वालो ने उसको समझा बुझा कर उसके घर भेजा गया और मामला ठंडा हुआ,