दुधवा टाइगर रिजर्व में मृत मिला संदिग्ध अवस्था में तेंदुआ
फारुख हुसैन
लखीमपुर खीरी। लखीमपुर खीरी जिले का एकमात्र दुधवा टाइगर रिजर्व वन्यजीवों की कब्रगाह बनता नजर आ रहा है जिसके चलते आए दिन वन्यजीवों की मौतें हो रही हैं। जिससे वन्यजीव प्रेमी सदमे में आ गए हैं। देखा जाये तो दुधवा के जंगलों में आए दिन वन्यजीवों की मौते हो रही हैं। जिसमें अभी बीते दिनों ही एक नर गैंडे के शव मिलने से जहां वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ था। अभी गैंडे के म्रत्यु के शोक से वन विभाग उबर भी नहीं पाया था, वहीं एक बार फिर दुधवा के घने जंगलों में एक तेंदुए का संदिग्ध अवस्था में शव मिलने से वन विभाग में हड़कंप मच गया
सुचना मिलते ही मौके पर पहुंचे वन अधिकारी ने तेंदुए के शव को कब्जे में लेकर मौके जांच पड़ताल करने में जुट गए। तो वही ऐसा माना जा रहा है कि तेंदुए की दूसरे किसी वन्यजीव के आपसी संघर्ष के चलते तेंदुए की मौत हुई है। क्योंकि तेंदुए के सभी अंग सुरक्षित पाए गए हैं। जिसके बाद मौके पर पहुंचे वन विभाग के अधिकारियों ने शव को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार यह तेंदुए का शव दुधवा टाइगर रिजर्व के सठियाना रेंज की सठियाना बीट के कक्ष संख्या दो में मिला है। जिसकी जानकारी मिलने पर मुख्य वन संरक्षक मनोज सोनकर एवं फील्ड डाईरेक्टर संजय पाठक,वार्डन अमरेश दुधवा टाइगर रिजर्व एंव वन्यजीव प्रतिपालक दुधवा और पशुचिक्तसकों का पैनल जिसमें उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर जेबी सिंह, डॉक्टर दयाशंकर, डॉक्टर मुदित गुप्ता द्वारा मौके का निरीक्षण किया गया।
डॉग्स स्क्वायड को लेकर भी वहां जांच पड़ताल की गई लेकिन वहां पर कोई भी ऐसी संध्यात्मक वस्तु नहीं मिली जिससे तेंदुए की मौत का कारण स्पष्ट हो सके, तो वही जांच के दौरान तेंदुए के सभी अंग सुरक्षित पाए गए। जिससे ऐसा माना जा रहा है कि प्रथम दृष्टया तेंदुए की मौत किसी दूसरे वन्यजीव के आपसी संघर्ष के कारण हुई है। जिसके बाद तेंदुए का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए आईवीआरआई बरेली भेज दिया गया है। डॉक्टर के 3 पैनलों के द्वारा तेंदुए का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। जिसमें तेंदुए की मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।