सलमान अंसारी ने खरबूजा बेच रहे मासूम बच्चे को देख रुकवाई गाडी और फिर किया वह काम की देखने वाले कह बैठे वाह………

शाहनवाज अहमद

गाजीपुर प्रदेश में अंसारी परिवार का मतलब ही होता है सांसद अफजाल अंसारी और मुख्तार अंसारी का परिवार। इसी परिवार में हाजी शिब्गातुल्लाह अंसारी पुर्व विधायक है। हाजी शिब्गातुल्लाह अंसारी के छोटे बेटे सलमान अंसारी ने आज वह किया जिसको देख कर सभी तारीफों के पुल बांधे।

हुआ कुछ इस प्रकार कि सलमान अंसारी अपने कुछ कार्यो से रेवतीपुर की तरफ से गुज़र रहे थे। उनकी गाडी जैसे ही रेवतीपुर के पास वाले पीपे के पुल को पार कर रामपुर गाव के तरफ बढ़ी तो उनकी नज़र इस तेज़ धुप में सड़क किनारे बैठ कर खरबूजा बेचते एक मासूम पर पड़ी। गाडी थोडा आगे बढ़ी थी कि सलमान अंसारी ने गाडी रुकवा दिया और गाडी से उतर कर उस खरबूजा बेच रहे मासूम के पास पहुचे।

सलमान अंसारी ने बच्चे के पास बैठ कर उसका हालचाल जाना। मासूम से स्कूल जाने के बारे में भी दरियाफ्त किया। बच्चे ने बताया कि इस धुप में थोडा बहुत खरबूजा बिक जाता है जिसके लिए देर शाम तक बैठा कर इंतज़ार करना पड़ता है। उसके बाद शाम को इसकी बिक्री से आये पैसो से घर का खर्च चलता है। गरीबी के कारण उसको ये काम करना पड़ता है।

इस बेबसी को जानकार सलमान अंसारी ने पहले तो पास की ही एक दूकान से राशन के सामान मंगवाए। इस दौरान वह बैठ कर खरबूजे का दाम वगैरह दरियाफ्त किया और पूरा खरबूजा पैसे देकर खरीद लिया। खरबूजे की कीमत देने के बाद सलमान अंसारी ने उस बच्चे को राशन का सामान देते हुवे कहा कि खरबूजे की कीमत नगद दे दिया है। इस सामान को भी आज घर लेकर जाना। मासूम बच्चे ने शायद सलमान अंसारी को पहचाना भी नहीं होगा। वह हस्त्प्रभ सा सलमान अंसारी की तरफ देख रहा था। सलमान मुस्कुराए और खरबूजों को लेकर आगे चल पड़े। इस नेक काम को दूर खड़े होकर देख रहे आम जनता ने भूरी भूरी प्रशंसा किया।

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