अवैध खनन में संलिप्तता पाए जाने पर मसवासी चौकी के पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई
वरुण जैन
स्वार. अवैध खनन में संलिप्तता पाए जाने पर पुलिस अधीक्षक ने एक सिपाही को निलंबित कर दिया। जबकि तीन अन्य सिपाहियों को चौकी से हटा दिया। पुलिस कर्मियों पर पुलिस अधीक्षक के द्वारा की गई कार्रवाई के बाद मसवासी चौकी पुलिस महकमे में खलवली मच गई। पुलिस अधीक्षक के सख्त रवैये को देख चौकी पुलिस सतर्क हो गई है। चौकी पुलिस अब राजस्व कर्मियों के साथ मिलकर अवैध खनन को रोकने के लिए छापामार कार्रवाई करने में लग गयी हैं।
क्षेत्र के उपनगर की मसवासी पुलिस चौकी अवैध खनन को लेकर बदनाम रही है। क्षेत्र में कोसी नदी के आस पास भारी तादात में स्टोन क्रशर लगे होने के कारण यहाँ अवैध खनन होता रहा है। यहाँ खनन के धंधेबाज इतने दबंग हैं कि पुलिस व राजस्व कर्मियों पर हमला कर जबरन अपने अवैध खनन भरे वाहनों को छुड़ा ले जाते हैं। और आनन फानन में नजदीक के स्टोन क्रशर पर खाली कर देते हैं। बीते वुधवार को भी खनन के धंधेबाज पुलिस व राजस्व कर्मियों द्वारा अवैध खनन से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली को टीम पर हमला कर जबरन छुड़ा कर ले गए थे। घटना की जानकारी पर उपजिलाधिकारी राकेश गुप्ता जिलाधिकारी को प्रकरण से अवगत कराया था। अवैध खनन में पुलिस की संलिप्तता पाए जाने पर पहले भी कई बार कार्रवाई में पुलिस कर्मियों के साथ चौकी प्रभारी पर भी उच्चाधिकारियों की गाज गिर चुकी है।
वहीं जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह ने भी स्टोन क्रशर संचालकों पर कार्रवाई की थी। जिसके बाद अवैध खनन पर काफी हद तक रोक लग गई थी। लॉक डाउन में रियायत मिलने के बाद फिर से कोसी नदी से अवैध होना शुरू हो गया। अवैध खनन के काम में खनन धंधेबाजों से चौकी पुलिस के सिपाहियों की भूमिका संदिग्ध होने की शिकायत पुलिस अधीक्षक शगुन गौतम को मिली । जिसपर पुलिस अधीक्षक ने प्रकरण की जाँच शुरू कर दी। अवैध खनन में पुलिस कर्मियों की संलिप्तता पाए जाने पर पुलिस अधीक्षक शगुन गौतम ने एक सिपाही इंद्रजीत सिंह को निलंबित कर दिया। जबकि तीन अन्य सिपाहियों विक्की देओल, ओवेन्द्र भड़ाना, अनिल गुर्जर को तत्काल प्रभाव से चौकी से हटा दिया। पुलिस अधीक्षक की कार्रवाई से चौकी पुलिस में खलवली सी मच गई। जिसके बाद चौकी पुलिस अब राजस्व कर्मियों के साथ मिलकर कोसी नदी से अवैध खनन रोकने के लिए छापामार कार्रवाई में लग गयी है।