बाढ़ आने से लोगों के हालात हो रहे खराब,नाव की सहायता से कर रहे आवाजाही
फारुख हुसैन
लखीमपुर खीरी। लखीमपुर खीरी जिले में बाढ़ का कहर लगातार जारी है। जिले की मुख्य नदी शारदा और पड़ोसी देश नेपाल से बहने वाली पहाड़ी नदी मोहना नदी के उफान पर आने के बाद दोनों नदियों ने बाढ़ का विकराल रूप धारण कर जिले में भारी तबाही मचाई है। जिसकी ज़द में आये तीन तहसीलों के लगभग एक सौ साठ गांव पूरी तरह से प्रभावित हैं। जिसके कारण हजारों एकड़ फसल बरबाद हो चुकी है।
कई गांव नदियों से हो रहें कटान के चलते नदियों की भेंट चढ़ चुके हैं। लेकिन इधर शासन और प्रशासन को मौजूदा सरकार के द्वारा करोडो रूपया बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की सहायता के लिये दिया गया है और जिले के शासन और प्रशासन के द्वारा बाढ़ पीड़ितों की सहायता का दावा भी किया जा रहा है। जिसकी हकीकत को जानने के लिये हमारे संवाददाता फारूख हुसैन ने जिले के ही पलिया तहसील के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में पहुंचकर वहां का हाल जाना।
हकीकत जो सामने आई वो चौकाने वाली निकली। ग्रामीणों की माने तो तहसील के ग्राम आजाद नगर, बरबाद नगर, श्री नगर में शारदा नदी भीषण कहर बरपा रही है। जहां नदी की ज़द में किसानों की अभी तक हजारों एकड़ फसल बरबाद हो चुकी है। उनके गावों में और खेतों में बाढ़ का पानी भरा हुआ है। ग्रामीणों को आने जाने के लिये नाव का सहारा लेना पड़ रहा है। जिससे हर वक्त उनकों एक अनजाना भय भी लगा रहता है। लेकिन अब उनके हालात बद से बदतर हो चुके हैं, और उनकी भूखों मरने की नौबत आ चुकी है। यही नहीं उनके गांव में शासन प्रशासन का कोई भी नुमाइंदा उनका हाल जानने के लिए नहीं पहुंचा है।