दुर्दांत हो चुके रोशन किट्टू और मनीष सिंह सोनू पर एक लाख के ईनाम की किया एसएसपी वाराणसी ने संस्तुति
तारिक आज़मी
वाराणसी। वाराणसी और आसपास की पुलिस के लिए ज़मानत पर जेल से बाहर आये मनीष सिंह सोनू और रोशन गुप्ता किट्टू सरदर्द बन चुके है। जेल से ज़मानत पर बाहर आने के बाद वारदातों की झड़ी लगाने वाले मनीष सिंह सोनू और रोशन गुप्ता किट्टू पर वाराणसी के एसएसपी अमित पाठक ने एक-एक लाख के इनाम की संस्तुति किया है।
गौरतलब हो कि वर्ष 2015 में वाराणसी पुलिस द्वारा एक मुठभेड़ में मारे गए सनी सिंह के मरने के बाद उसका गिरोह आईडी 30 खत्म नही हुआ। इस गिरोह को संरक्षण देते हुवे सनी सिंह के राईट हैण्ड की तरह काम करने वाले रोशन गुप्ता किट्टू ने गैग को जिंदा रखा और खुद तत्कालीन कुख्यात अपराधी रईस बनारसी के साथ मिल गया। रईस बनारसी के एक गैंगवार में मारे जाने के बाद किट्टू पकड़ा गया और और जेल गया। जेल से ज़मानत पर रिहा होने के बाद मनीष सिंह किट्टू ने गैंग का सञ्चालन करते हुवे वाराणसी और आसपास की पुलिस हेतु खुद को सरदर्द बना लिया।।
सनी सिंह गैंग का बड़ा सदस्य रह चूका नरोत्तमपुर निवासी मनीष सिंह सोनू इस गैग लीडर के साथ संतुष्ट हुवे और फिर सभी ने इन दोनों का वर्चस्व मान लिया। जेल से आने के बाद किट्टू ने रंगदारी मंगनी शुरू कर दिया। सुपारी किलिंग में खुद का गुरु मुन्ना बजरंगी को मानने वाला किट्टू उसी तर्ज पर सुपारी किलिंग का काम शुरू कर दिया।
आज वाराणसी के एसएसपी अमित पाठक ने नरोत्तमपुर निवासी मनीष सिंह सोनू और बड़ी पियरी के रोशन गुप्ता उर्फ बाबू उर्फ किट्टू पर घोषित इनाम की राशि एक-एक लाख करने की संस्तुति की है। इस संबंध में एसएसपी की ओर से एडीजी जोन को रिपोर्ट भेज दी गई है। बताते चले कि बड़ी पियरी निवासी किट्टू पर दो दर्जन से ज्यादा आपराधिक मुकदमें दर्ज है। किट्टू चौकाघाट दोहरे हत्याकांड के साथ ही चौक क्षेत्र के सराफा कारोबारी से 50 लाख की रंगदारी मांगने के मामले में वांछित है। वहीं, नरोत्तमपुर निवासी मनीष पर 15 से ज्यादा आपराधिक मुकदमों का आरोपी है। अगर मिल रही जानकारी को आधार माने तो मनीष लंका क्षेत्र में हत्या के प्रयास, चौकाघाट दोहरे हत्याकांड और मिर्जापुर में एक फैक्ट्री के अधिकारी की हत्या और रंगदारी मांगने के मामले में वांछित है।