शादी के बाद बेटी ने खोला अपने समाज का सच
नीमच, देश का यह इलाका जिस्मफरोशी के लिए बदनाम है. यहां मां और पिता के सामने बेटी अलग-अलग मर्दों के साथ रिश्ते बनाती है. कई बार तो खुद मां-बाप अपनी बेटी के लिए पार्टनर खोजते है. अब इस इलाके में रहने वाली एक लड़की ने ऐसा कदम उठाया है, जिससे हडकंप मच गया है. उसने ऐसा कुछ किया जिसके बारे में यहां सोचना भी गुनाह माना जाता है.
हर मां-बाप अपनी बेटी को सुखी देखना चाहता हैं. उनकी दिली ख्वाहिश होती है कि शादी कर बेटी खुशी-खुशी घर से विदा हो. लेकिन इस बेटी ने सात फेरे लेकर अपने हमसफर का हाथ थामा तो मां बाप के अलावा मामा भी उसका सबसे बड़ा दुश्मन बन गया. उन्हें ऐतराज दामाद या बेटी के मनपसंद वर चुनने से नहीं था. वो बस चाहते थे कि शादी करने के बजाए बेटी अपने जिस्म से उनके लिए दो वक्त की रोटी का इंतजाम करती रही.
मामला मध्य प्रदेश के नीमच जिले का है. यहां रहने वाले बाछड़ा समुदाय में बेटियों के जिस्म से मां-बाप अपना पेट भरते हैं. सदियों से चली आ रही इस परंपरा को तोड़ते हुए एक युवती ने डेरे से भागकर शादी कर ली. शादी के बाद परिवार ‘दुश्मन’ हुआ तो वो सुरक्षा मांगने के लिए एसपी के पास पहुंच गई. पुलिस ने उसे पूरी सुरक्षा दिलाने का भरोसा दिलाया, लेकिन उसने जो बताया उससे पुलिस अफसरों के भी होश उड़ गए.
इस युवती ने बताया कि माता-पिता और मामा उससे जबरन जिस्मफरोशी का कारोबार कराना चाहते हैं. युवती ने बताया कि बांछड़ा समाज के डेरों कई लडकियां हैं जो देह व्यापार के इस दलदल से बाहर आना चाहती है लेकिन दहशत के कारण को घुट-घुट कर जीने को मजबूर हैं.
युवती ने बताया कि जिस्मफरोशी की इस मंडी में अब नाबालिग लड़कियों को भी दबाव बनाकर उतारा जा रहा हैं. नीमच के अलावा मंदसौर और रतलाम तक फैले बांछड़ा समुदाय के लिए 250 डेरों में खुलेआम जिस्मफरोशी का धंधा चलता है. अब हालात यह हो गए है कि मासूम बच्चियों को भी इस गंदे काम में धकेला जा रहा हैं.