संदीप काला – एक स्नेचर जो बना जरायम की दुनिया का बेताज बादशाह, दुबई में बैठ कर चलाता था यहाँ नेटवर्क
तारिक़ आज़मी
नई दिल्ली/ संदीप काला की गिरफ़्तारी के बाद राजधानी दिल्ली और हरियाणा सहित आधा दर्जन राज्यों की पुलिस ने राहत की सांस लिया है। इसकी ख़ास वजह है कि 7 लाख का इनामी मोस्ट वॉन्टेड बदमाश संदीप काला अब उनके लिए सरदर्द नही बनेगा और उसकी गिरफ्तारी हो चुकी है। लंबे समय से जरायम की दुनिया में बेताज बादशाहत करने वाला संदीप काला का नाम दिल्ली में हुई पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के बाद अचानक से सुर्खियों में आ गया था। जेल में बंद सुशील कुमार ने भी संदीप काला से जान को खतरा बताया था।
दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड में संदीप काला के नाम की दहशत थी। वह पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुका था। उसकी तलाश काफी समय से पुलिस को थी। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने शुक्रवार को गैंगस्टर संदीप काला को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से धर दबोचा। था, इसके साथ ही काला की सहयोगी लेडी डॉन मैडम मिज़ उर्फ़ अनुराधा को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
संदीप काला 7 लाख का इमानिया बदमाश था। भारत से बाहर दुबई और मलेशिया में बैठकर गैंग ऑपरेट करने वाला संदीप काला महज़ 12वीं पास है। पढाई में मन न लगने के कारण 12वी पास संदीप काला ने केबल ऑपरेटर का कारोबार शुरू किया। कुछ महीनो ही महज़ काम करने के बाद उसका मन जरायम की दुनिया के तरफ मुड़ गया। साल 2004 में संदीप काला का नाम एक स्नेचिंग के केस में सामने आया था। जिसमे वह जेल भी गया था। इस घटना के कुछ ही साल बाद हरियाणा के सांपला और फिर गोहाना में हुई हत्याओं में उसका नाम आ गया और फिर उसने जरायम की आया राम गया राम की दुनिया में मुड़कर नही देखा।
रेसलर सुशील कुमार ने भी दिल्ली में जमीन की खरीद फरोख्त सहित अन्य काले कामों के लिए संदीप काला के साथ हाथ मिला लिया था। लेकिन बाद में दोनों में दुश्मनी हो गई। दिल्ली के स्टेडियम में पहलवान सागर धनखड़ की पिटाई के बाद मौत मामले में सुशील कुमार की गिरफ्तारी हुई। सागर के साथ सोनू महाल नामक शख्स की भी पिटाई हुई थी, जो रिश्ते में संदीप काला का भांजा था। साथ ही साथ संदीप काला का दाहिना हाथ भी माना जाता है।
तिहाड़ में बंद कुख्यात नीरज बवाना के दुश्मन संदीप काला के खौफ का आलम क्या है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सुशील ने गिरफ्तारी के बाद उससे जान का खतरा बताया था। इसका मुख्य कारण है कि जठेड़ी गैंग की नजर दिल्ली-एनसीआर की विवादित संपत्तियों पर रहती है। उसे पंजाब-राजस्थान के कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग का साथ भी हासिल है।
पिछले साल 2 फरवरी 2020 को गुड़गांव पुलिस संदीप काला को फरीदाबाद अदालत में पेशी के लिए लेकर आई थी। उसे वापस ले जाने के दौरान गुड़गांव मार्ग पर बदमाशों ने पुलिस की बस को घेरकर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर काला को छुड़ा लिया था। इस मामले में डबुआ थाने में मुकदमा दर्ज हुआ। तभी से काला फरार था। जिसके नेपाल के रास्ते दुबई निकलने की आशंका जताई गई थी।