पहले भारत में लोकतंत्र होता था, मगर अब तानाशाही है : राहुल गांधी
फारुख हुसैन
लखीमपुर (खीरी)। जाने की जिद्द पर अड़े राहुल गांधी ने आज एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि उत्तर प्रदेश में किसानो को मारा जा रहा है, मगर कोई सुध लेने वाला नही है। राहुल गांधी आज छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के साथ लखीमपुर जाने का ऐलान किया है, लेकिन उत्तर प्रदेश प्रशासन ने उनको इजाजत नहीं दी है।
उन्होंने कहा कि कुछ समय से हिंदुस्तान के किसानों पर सरकार का आक्रमण हो रहा है और जीप से किसानों को कुचला जा रहा है। मगर अब तक मंत्री पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई ? यूपी में किसानों को मारा जा रहा है और कोई सुध लेने वाला नहीं है। राहुल गांधी ने कहा कि पहले भारत में लोकतंत्र हुआ करता था लेकिन अब यहां तानाशाही है। केवल कांग्रेस नेता यूपी में नहीं जा सकते, उन्हें रोका जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे सीएम को भी यूपी नहीं जाने दिया जा रहा है।उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि उत्तर प्रदेश में अपराधियों को खुले घूमने की आजादी है, जबकि पीड़ितों को जेल में डाल दिया जाता है।
वहीं प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि प्रियंका को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन यहां बड़ा मुद्दा किसानों का है। हमारी पार्टी किसानों के हक की बात करेगी। प्रियंका के साथ कथित धक्का-मुक्की के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘हमें धक्का-मुक्की से कोई फर्क नहीं पड़ता है। हमें मार दीजिए, कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि हमारे परिवार में हमें ऐसा प्रशिक्षण मिला है। लेकिन हम किसानों की बात कर रहे हैं।’ राहुल गांधी ने राजनीति करने के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हमारा काम सरकार पर प्रेशर बनाना है। हाथरस में हमने प्रेशर बनाया तब कार्रवाई हुई। अगर हाथरस में हम ना जाते तो अपराधी बचकर निकल जाते। सरकार इस मुद्दे पर हमको दूर रखना चाहती है ताकि प्रेशर ना बनाया जा सके। यूपी में अपराधी खुले आम घूम रहे हैं। वहां मर्डर, दुष्कर्म करने के बाद वहां आरोपी बाहर होते हैं, पीड़ित जेल में होते हैं या फिर मारे जाते हैं।
राहुल गांधी ने कहा पीएम कल लखनऊ में थे, लेकिन लखीमपुर नहीं गए। राहुल गांधी ने कहा कि वह आज लखीमपुर जाने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि हम किसी भी तरह से कानून का उल्लंघन नहीं करेंगे क्योंकि हमलोग तीन आदमी ही जा रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा कि किसानों की जमीन छीनी गई। तीन नए कानून लाए गए जो कि किसानों के हक के खिलाफ है। इसलिए किसान धरने पर बैठे हैं।