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हिंदी पत्रकारिता दिवस पर विशेष – तू झूठ बोल रहा है बड़े सलीके से, मैं एतबार न करू तो और क्या करू

तारिक आज़मी हिन्दी पत्रकारिता दिवस आज संपन्न हुआ। पिछले दो वर्षो से ये कब आया और कब चला गया पता…

4 years ago

10 साल की मासूम की गुमशुदगी पर चौक पुलिस ने बहाया पसीना, छानी एक एक गली की खाक, दो घंटे की मेहनत के बाद मिली कामयाबी

ईदूल अमीन वाराणसी। वाराणसी के चौक थाना क्षेत्र से आज सुबह गुम हुई 10 साल की बच्ची के तलाश में…

4 years ago

चौकी प्रभारी आदमपुर कुवर अंशुमन सिंह ने कायम किया मानवता की मिसाल, “घर से मस्जिद है बहुत दूर” के तर्ज पर एक रोते मासूम के चेहरे पर लाये मुस्कान

ईदुल अमीन वाराणसी। मशहूर नगमानिगार निदा फाज़ली का एक बड़ा खुबसूरत सा कलाम है कि “घर से मस्जिद है बहुत…

4 years ago

वाराणसी : बच्चो का झगड़ा बना बड़ो के विवाद का कारण, दो पक्षों के बीच हुआ पथराव, पुलिस की तत्परता से स्थिति हुई नियंत्रित

तारिक आज़मी/ए0 जावेद वाराणसी। वाराणसी के आदमपुर थाना क्षेत्र के कायस्थ टोला में बच्चो के मामूली झगड़े ने बडो के…

4 years ago

वाराणसी – घुप सियाह अँधेरी रातो में, गाँवों के सुनसान रास्तो पर नेकी बटोरते दालमंडी के ये युवा कारोबारी, जान कर आप भी कह उठेगे, भाई वाह…….!

तारिक़ आज़मी वाराणसी। इस कोरोना महामारी के आपदा काल में जहा एक तरफ लोग एक दुसरे से मदद मांग रहे…

4 years ago

लखनऊ : अल्लाह के घर से उसके बन्दों की हो रही मुफ्त खिदमत ताकि सलामत रहे सांसे, मस्जिदों से मिल रहे मुफ्त ऑक्सीजन कंसेन्ट्रेटर

जावेद अंसारी लखनऊ। हर कोई समझ रहा है कि हमारा रब हमसे नाराज़ है। उसकी नाराज़गी ही तो है कि…

4 years ago

वाराणसी – साँसों का सहारा बना बनारस का ये युवक, 15 अप्रैल से लेकर अब तक 300 से अधिक मरीजों की कर चूका है सहायता

ए जावेद वाराणसी। मौज और मस्ती का शहर है बनारस। जिंदा दिल लोगो का शहर बनारस कोरोना के कहर से…

4 years ago

पुलिस की ये तस्वीर देख कर आपके मन में उसके लिए सम्मान नही जागता है, तो माफ़ कीजियेगा आप इंसान नहीं है

तारिक खान अमूमन पुलिस हमारी आपकी आलोचनाओं की शिकार रहती है। जितना भी अच्छा काम करे, मगर उसके लिए आलोचना…

4 years ago

तारिक़ आज़मी की मोरबतिया – “गांडीव” का कहे है खुद को “क्राइम चीफ”, काम करे इतना चीप, पूरी खबर ही चुरा डाली पाडे जी………!

तारिक आज़मी वाराणसी। हिंदी पत्रकारिता में सांध्य कालीन अखबारों में अपनी एक अलग ही पहचान बनाया था समाचार पत्र “गांडीव”…

4 years ago

कई साँसे इसके पहले भी रुक चुकी है जेल के चारदीवारी में, अन्नू त्रिपाठी से लेकर बजरंगी तक हुवे है इसके शिकार, सबसे दर्दनाक मौत मारा गया था मोनू पहाड़ी

तारिक आज़मी पूर्वांचल की जेलों में अपना वर्चस्व स्थापित करने की जंग में पगली घंटी बजती रही है। मारपीट, तोड़फोड़…

4 years ago