रसडा ब्लाक- दौड़ने को तैयार कागज़ी घोडा
बलिया। अखिलेश कुमार सैनी। पूरे प्रदेश मे ब्लाक प्रमुख बनने कि होड लगी है यह एक ऐसा पद है जहा पाच साल तक विकास का धन लुटने और खर्च करने के कार्य कको समझा जाता है। सूत्रों कि माने तो क्षेत्र पंचायत सदस्य का सचिव BDO होता है लेकिन अपने अधिकार का प्रयोग नही सम्पूर्ण तरीके से नहीं कर पाता है।
अब इसकी वजह क्या है ये तो वही जाने जो इस पद का हकदार है और विकास खंड अधिकारी और प्रमुख दोनो मिलकर ब्लाक को खोखला कर देते है ये आये दिन का मामला है।हमारी सरकार योजनाए तो लागू करती है लेकिन वो योजना आम आदमी के पास पहुचना तो दूर संज्ञान में तक नही आता।ऐ साल मे एक बार बैठक करते है और कार्य योजना मागा जाता है और वही कार्य क्षेत्र पंचायत से न कराकर क्षेत्र का बीन कार्य किये पैसा उतार लिया जाता है बलाक से बैक तक सबके रेट फिक्स है।
इसी तर्ज पर अधिसूचना जारी होने के बाद भी रसडा ब्लाक मे एक भव्य गेट बनाया जा रहा है हाला कि पाच वर्ष बीत गये लेकिन नातो प्रमुख का शिला पट्ट दिखा नाही क्षेत्र पंचायत सदस्यो का अब इतना बडा तेरहवा वीत्त मे 150000लाख रु आया है बस इसी को उतारने के लिए कागजी घोडा तैयार किया जा रहा है हाला कि इस मामले में पत्रकारो ने जब पूछताछ की तो खण्ड विकास अधिकारी ने कुछ बताने से इनकार कर दिया।
सबसे बड़ा सवाल की आखिर कब तक ऐसे हो रहे काला बाजारी के मामले को मिडिया संज्ञान में लाती रहेगी,या कुछ जिम्मेदारी उच्च अधिकारियो की भी बनती है।
सबसे बड़ा सवाल की आखिर कब तक ऐसे हो रहे काला बाजारी के मामले को मिडिया संज्ञान में लाती रहेगी,या कुछ जिम्मेदारी उच्च अधिकारियो की भी बनती है।