351 बेटिया होगी आज बाबुल के घर से बिदा
बलिया। अरविन्द सैनी। जब काम अच्छा करे तो तारीफ तो होनी ही चाहिए।
जी हां मैं बात कर रहा हूं बागी धरती बलिया के नाथ बाबा एवं रोशन शाह की नगरी रसड़ा स्थित रामलीला मैदान की जहां गुरूवार को एक इतिहास लिखा जाना तय है और उसके सिरमौर बनेगें रसड़ा के बसपा विधायक उमाशंकर सिंह।
सामाजिक, व्यवसायिक व राजनैतिक के पायदान पर अपनी पहचान बना चुके उमाशंकर सिंह किसी परिचय के मोहताज नहीं है।
इसे उनका जुनून कहिए या फिर उनका धर्म। जो ठान लिया सो ठान लिया फिर पीछे मुड़कर नही देखा।
सादगी व सरलता लिए सदैव अपनो के दर्द की सोच है कि उनके पांव रूकते नही ठहरते नहीं।
बागी बलिया के रसड़ा क्षेत्र से 28 जनवरी को एक साथ 351 बेटियों की शहनाई की गूंज की तैयारी करके विधायक उमाशंकर सिंह न सिर्फ कन्यादान करेंगे बल्कि एक किर्तीमान भी बनायेगें।
इस सामूहिक विवाह स्थल पर विशाल मण्डप तैयार किया गया है। जिसे बहुत ही खुबसूरत ढंग से सजाया गया है। विधायक उमाशंकर सिंह खुद विवाह स्थल पर उपस्थित रहकर दिन रात सभी तैयारियों को अपनी नजरों से देख कर एक एक कमियों को दूर करने के लिए उन्होंने कार्यकर्ताओं को आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहें हैं।
विवाह स्थल पर विधायक ने बारातियों व घरातियों को ठहराने के अलावा मण्डप, भोजनालय, शौचालय व पेयजल व्यवस्था भी किया है।
एक एक हो रहे कार्य का स्वयं निरीक्षण कर रहे हैं। महिलाओं को कोई असुविधा न हो, इसके लिये भी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया जा चुका है। सामूहिक विवाह समारोह में जनपद के अलावा गैर जनपद से भी लाखों लोगों के पहुंचने की प्रबल संभावना है
मुस्लिम समुदाय की बेटियों के निकाह की अलग से व्यवस्था की गयी है। विवाह स्थल पर सांस्कृतिक कार्यक्रम में का भी आयोजन किया गया है, जिसमें भोजपुरी के स्टार रवि किशन के अलावा अनेकों कलाकार अपने फन का जलवा बिखेरेंगे। इस समारोह के बावत विधायक ने जनसेवा के इस पुनीत कार्य में आम जनमानस से भी सहयोग प्रदान करने की अपील की। कहा की जनता के सहयोग बिना इस कार्यक्रम को सफल नहीं बनाया जा सकता है।पूरे कार्यक्रम स्थल को दुल्हन की तरह सजाया गया है। एक ही स्थान पर 365 डबल वेड को सलीके से रक्खा गया है। 351 लडकियों को घर से लाने की भी ब्यवस्था उमाशंकर सिंह के द्वारा कि गयी है। सभी आगन्तुकों के लिए खाने की भी ब्यवस्था आज से ही प्रारम्भ हो गयी है। कल लोगों को आने के लिए हर मार्ग पर साधन की भी व्यवस्था की गयी है।
लाखों की भींड होनी तय है।
वर्ष 2012 में 251 वर वधू का विवाह कराकर उमाशंकर सिंह गुरूवार को अपने ही रिकार्ड को तोड़ 351 जोड़ो का विवाह करा कर। बेटियों को रूंधे गले से ससुराल को विदा करेंगे। वे इस कार्यक्रम को कराकर एक इतिहास कायम करेगें।
वैनर होर्डिंग के साथ
स्क्रीन वैन घूम घूम प्रचार प्रसार कर रही है
कल के आयोजन में मनोरंजन हेतु सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी बंदोबस्त है।
जी हां मैं बात कर रहा हूं बागी धरती बलिया के नाथ बाबा एवं रोशन शाह की नगरी रसड़ा स्थित रामलीला मैदान की जहां गुरूवार को एक इतिहास लिखा जाना तय है और उसके सिरमौर बनेगें रसड़ा के बसपा विधायक उमाशंकर सिंह।
सामाजिक, व्यवसायिक व राजनैतिक के पायदान पर अपनी पहचान बना चुके उमाशंकर सिंह किसी परिचय के मोहताज नहीं है।
इसे उनका जुनून कहिए या फिर उनका धर्म। जो ठान लिया सो ठान लिया फिर पीछे मुड़कर नही देखा।
सादगी व सरलता लिए सदैव अपनो के दर्द की सोच है कि उनके पांव रूकते नही ठहरते नहीं।
बागी बलिया के रसड़ा क्षेत्र से 28 जनवरी को एक साथ 351 बेटियों की शहनाई की गूंज की तैयारी करके विधायक उमाशंकर सिंह न सिर्फ कन्यादान करेंगे बल्कि एक किर्तीमान भी बनायेगें।
इस सामूहिक विवाह स्थल पर विशाल मण्डप तैयार किया गया है। जिसे बहुत ही खुबसूरत ढंग से सजाया गया है। विधायक उमाशंकर सिंह खुद विवाह स्थल पर उपस्थित रहकर दिन रात सभी तैयारियों को अपनी नजरों से देख कर एक एक कमियों को दूर करने के लिए उन्होंने कार्यकर्ताओं को आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहें हैं।
विवाह स्थल पर विधायक ने बारातियों व घरातियों को ठहराने के अलावा मण्डप, भोजनालय, शौचालय व पेयजल व्यवस्था भी किया है।
एक एक हो रहे कार्य का स्वयं निरीक्षण कर रहे हैं। महिलाओं को कोई असुविधा न हो, इसके लिये भी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया जा चुका है। सामूहिक विवाह समारोह में जनपद के अलावा गैर जनपद से भी लाखों लोगों के पहुंचने की प्रबल संभावना है
मुस्लिम समुदाय की बेटियों के निकाह की अलग से व्यवस्था की गयी है। विवाह स्थल पर सांस्कृतिक कार्यक्रम में का भी आयोजन किया गया है, जिसमें भोजपुरी के स्टार रवि किशन के अलावा अनेकों कलाकार अपने फन का जलवा बिखेरेंगे। इस समारोह के बावत विधायक ने जनसेवा के इस पुनीत कार्य में आम जनमानस से भी सहयोग प्रदान करने की अपील की। कहा की जनता के सहयोग बिना इस कार्यक्रम को सफल नहीं बनाया जा सकता है।पूरे कार्यक्रम स्थल को दुल्हन की तरह सजाया गया है। एक ही स्थान पर 365 डबल वेड को सलीके से रक्खा गया है। 351 लडकियों को घर से लाने की भी ब्यवस्था उमाशंकर सिंह के द्वारा कि गयी है। सभी आगन्तुकों के लिए खाने की भी ब्यवस्था आज से ही प्रारम्भ हो गयी है। कल लोगों को आने के लिए हर मार्ग पर साधन की भी व्यवस्था की गयी है।
लाखों की भींड होनी तय है।
वर्ष 2012 में 251 वर वधू का विवाह कराकर उमाशंकर सिंह गुरूवार को अपने ही रिकार्ड को तोड़ 351 जोड़ो का विवाह करा कर। बेटियों को रूंधे गले से ससुराल को विदा करेंगे। वे इस कार्यक्रम को कराकर एक इतिहास कायम करेगें।
वैनर होर्डिंग के साथ
स्क्रीन वैन घूम घूम प्रचार प्रसार कर रही है
कल के आयोजन में मनोरंजन हेतु सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी बंदोबस्त है।