जल्द होंगे धुर विरोधी मुख़्तार और बृजेश आमने सामने।
गाजीपुर। मुरली मनोहर पाण्डेय। जी हा प्रदेश के दो बड़े धुर विरोधी जल्द ही एक दूसरे के आमने सामने होंगे। ऐसा किसी मैदान या खुली सड़क पर नहीं बल्कि अदालत में होगा। प्रदेश के दोनो चर्चित बाहुबली मुख्तार अंसारी और बृजेश सिंह बहुत जल्दी ही एक दूसरे के आमने-सामने होगें।
ऐसा इस कारण होगा कि उसरी कांड के मुकदमे में बृजेश सिंह के खिलाफ मुख्तार अंसारी गवाही देगें।
ऐसा इस कारण होगा कि उसरी कांड के मुकदमे में बृजेश सिंह के खिलाफ मुख्तार अंसारी गवाही देगें।
इस मुकदमे में चार्जशीट की कार्रवाई हो चुकी है। 5 फरवरी 2016 को गवाही की कार्रवाई अदालत में होगा। यह जानकारी अधिवक्ता लियाकत अंसारी ने दी है।
आपको इस घटना के सम्बन्ध में बताते चले कि वादी मुकदमा के अधिवक्ता के आरोपो के अनुसार 15 जुलाई 2001 में मऊ के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी अपने आवास मुहम्मदाबाद से अपने निर्वाचन क्षेत्र मऊ के लिए सड़क मार्ग से दो गाडि़यों के काफिले के साथ जा रहें थे। उसरीचट्टी के समीप पहले से घात लगाये हमलावरों ने जो कुछ ट्रक में सवार थे और कुछ सड़क के किनारे अगल-बगल झाडि़यों में छिपे थे। विधायक का काफीले पर स्वचालित हथियारों से हमला कर दिया। इस घटना में विधायक मुख्तार अंसारी घायल हो गये थे। विधायक के सरकारी गनर व एक कार्यकर्ता बाबू राईनी की गोली लगने से घटना स्थल पर ही मौत हो गयी थी। जवाबी फायरिंग में एक हमलावर भी मारा गया। इस हमले में मुख्तार अंसारी के साथ उनके परिवार के सदस्य तन्नू अंसारी एवं साथी अफरोज खां उर्फ चुन्नू पहलवान, जफर खां उर्फ चंदा, तौकिर, सरफराज, इजराइल, चालक सुरेंद्र शर्मा व रमेश भी गोली लगने से घायल हो गये थे।
आपको इस घटना के सम्बन्ध में बताते चले कि वादी मुकदमा के अधिवक्ता के आरोपो के अनुसार 15 जुलाई 2001 में मऊ के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी अपने आवास मुहम्मदाबाद से अपने निर्वाचन क्षेत्र मऊ के लिए सड़क मार्ग से दो गाडि़यों के काफिले के साथ जा रहें थे। उसरीचट्टी के समीप पहले से घात लगाये हमलावरों ने जो कुछ ट्रक में सवार थे और कुछ सड़क के किनारे अगल-बगल झाडि़यों में छिपे थे। विधायक का काफीले पर स्वचालित हथियारों से हमला कर दिया। इस घटना में विधायक मुख्तार अंसारी घायल हो गये थे। विधायक के सरकारी गनर व एक कार्यकर्ता बाबू राईनी की गोली लगने से घटना स्थल पर ही मौत हो गयी थी। जवाबी फायरिंग में एक हमलावर भी मारा गया। इस हमले में मुख्तार अंसारी के साथ उनके परिवार के सदस्य तन्नू अंसारी एवं साथी अफरोज खां उर्फ चुन्नू पहलवान, जफर खां उर्फ चंदा, तौकिर, सरफराज, इजराइल, चालक सुरेंद्र शर्मा व रमेश भी गोली लगने से घायल हो गये थे।
घटना की प्राथमिकी मुहम्मदबाद थाने में विधायक मुख्तार अंसारी ने माफिया डॉन बृजेश, त्रिभुवन सिंह व अनिल सिंह तथा 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज करायी थी। चुंकि घटना के 15 वर्ष पूर्व से ही बृजेश सिंह, त्रिभुवन सिंह फरार चल रहें थे। सन् 2008 में अभियुक्तों के पकड़े जाने के बाद अदालत में मुकदमा की ट्रायल प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सेशन कोर्ट में चार्ज बनाई जाने की कार्यवाही पूरी हो चुकी है। अब इस केस में गवाही के लिए 5 फरवरी की तिथि निश्चित की गयी है। जल्द ही गवाही के क्रम में विधायक का सामना माफिया डॉन बृजेश सिंह से होगा।