ऐसे दमनात्मक कार्यवाही से डर कर समाजसेवा नहीं छोड़ूंगा- शैलेन्द्र सिंह।
वाराणसी। नीलोफर बानो। आज वाराणसी छावनी के पूर्व उपाध्यक्ष व कांग्रेस नेता शैलेन्द्र सिंह को कैंट आरपीएफ ने पूछ-ताछ के बहाने पुलिस स्टेशन बुलाया और वहा उनकी एक पुराने केस में गिरफ्तारी कर ली। इसकी सूचना जब शहर के कांग्रेसजनो वा छावनी परिषद सदस्यों को लगी तो सभी का जमावड़ा आरपीएफ थाने पर लगना शुरू हो गया। कांग्रेसजनो और छावनी परिषद सदस्यों के बढ़ते दबाव से अंततः लगभग 3 घंटे बाद शैलेन्द्र सिंह को आरपीएफ ने ज़मानत पर छोड़ा।
प्रकरण कुछ इस प्रकार है कि कांग्रेस आला कमान के निर्देशानुसार विधायक अजय राय के नेतृत्व में दिनाक 12 मार्च 2015 को कांग्रेसजनो द्वारा अपनी मांग को लेकर रेल चक्का जाम किया गया था। जिसपर आ
आरपीएफ द्वारा रेलवे एक्ट की धारा 174 ए के तहत शैलेन्द्र सिंह सहित 40 अज्ञात पर मुकदमा पंजीकृत किया गया था। जिसमे 2 बार सम्मान और जिरह हो चुकी है। इसी प्रकरण में आज शैलेन्द्र सिंह के गिरफ़्तारी की कार्यवाही हुई थी।
शैलेन्द्र सिंह ने हमसे बातचीत में इसको केंद्र और राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित उत्पीड़न की कार्यवाही करार दिया है। उन्होंने कहा है कि विरोधी ऐसा केवल इसलिए कर रहे है कि मैं हतोत्साहित होकर समाजसेवा का कार्य छोड़ दू। मगर मैं इससे हतोत्साहित होने वाला नहीं हु। समाज के न्याय के लिए मेरी जंग जारी रहेगी। वही वाराणसी के कांग्रेसजनो और छावनी परिषद् सदस्यों ने इस कार्यवाही की कड़े शब्दों में निंदा की है और इसको दमनात्मक कार्यवाही करार दिया है।
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