आंदोलन में जुड़े सक्रिय कार्यकर्ताओ पर अंकुश हेतु शैलेन्द्र सिंह की हुई थी गिरफ़्तारी- सतीश राय
वाराणसी। मंसूर आलम। एक वर्ष पूर्व कांग्रेस के चक्काजाम राजनीतिक आंदोलन के मामले में छावनी परिषद् के पूर्व उपाध्यक्ष शैलेंद्र सिंह की गिरफ्तारी विपक्ष में आन्दोलनों की सक्रिय भूमिका से जुड़े कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर अंकुश की नीयत से की गई राजनीतिक उत्पीडन की प्रशासकीय कार्रवाई है। जिस आन्दोलन में पार्टी के शीर्ष राष्ट्रीय,प्रान्तीय एवं स्थानीय नेताओं की भी सक्रिय भागीदारी थी,
उसमें साल भर बाद शैलेन्द्र सिंह की गिरफ्तारी का कोई औचित्य नहीं है और ऐसी कार्रवाईयों से कांग्रेसजनों को सक्रिय विपक्ष की जिम्मेदारी से विमुख नहीं किया जा सकता। उपरोक्त बयान उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता प्रो.सतीश राय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कही है।
ज्ञातव्य हो कि कुछ दिन पूर्व एक पुराने रेल चक्का जाम प्रकरण में छावनी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह को वाराणसी आरपीएफ ने पूछ-ताछ के बहाने बुला कर हिरासत में ले लिया था और 3 घंटे बाद ज़मानत पर छोड़ा था।