खरपत्तूवा ने बताया कि पार्टी कार्यकर्ता ही अपने क्षेत्र के चेयरमैन का पुतला फुक रहे है।
बलिया। अखिलेश कुमार सैनी। आपने आज तक यह सुना होगा कि फलनवा पार्टी ने ढिमका पार्टी के नेता का पुतला फूंका। या फिर सिर्फ विरोधी दल द्वारा पुतला फूकने का समाचार सुना होगा। आज आपको एक ऐसी खबर सुनते है जिसको सुनकर आज की राजनीति पर आपकी हंसी छूट पड़ेगी, जब आपको पता चलेगा कि किसी नेता का पुतला उसकी पार्टी के ही कार्यकर्ता फुक रहे है। और जो वजह है वो भी बड़ी मज़ेदार है। जिसको सुनकर आप खुद अचंभित हो जायेगे। वजह यह है कि एक नेता जी चुनाव नहीं लड़ रहे है। हमको आकर हमारा एक सूत्र खरपत्तुवा बताया कि आज रसड़ा के प्यारेलाल चौराहे पर सपा के कार्य ने सपा अपनी पार्टी के नेता चंद्रशेखर चेयरमैन का पुतला फुकने जा रहे है। जब हमको भी आपके तरह यकीन नहीं आया।
हम तो खपत्तुवा से पूछे भी का गांजा चढ़ाये हो का मगर वो बोला भैया देख लो जाइके।
तो हम भी पहुच गए मौके पर और का देखा कि आक्रोशित पार्टी कार्यकर्ता चंद्रशेखर चेयरमैन का पुतला जलाने वाले है। हम पता किया का बात है तो पता चला कार्यकर्ताओ का गुस्सा ये है कि चेयरमैन चंद्रशेखर को पार्टी के द्वारा टिकट मिलने के बावजूद भी नामांकन करने नहीं आए।जिस पर आक्रोशित होकर कार्यकर्ता पुतला फुक रहे है। आक्रोशित कार्यकर्ताओ में समर यादव, उमाशंकर यादव, मनीष चन्द, समावती यादव आदि मौजूद थे। उनका आरोप था कि चेयरमैन चंद्रशेखर विपक्षियो से साट-गाँठ किये है।
अब क्या हकीकत है यह तो ईश्वर जाने या फिर चेयरमैन चंद्रशेखर साहेब जाने। मगर कोई भी पार्टी कार्यकर्ताओ के बल पर चलती है और कार्यकर्ता जब खुद नेता पर आरोप लगाये तो बात कुछ न कुछ गड़बड़ है। वजह जो भी हो यदि विपक्षी भी कार्यकर्ताओ को भड़का रहे है तो यह नेता जी की ही कमी है। जैसा भी हो हम तो खरपत्तुवा का धन्यवाद कहेगे कि ऐसा बढ़िया समाचार हमको दिया।
तो हम भी पहुच गए मौके पर और का देखा कि आक्रोशित पार्टी कार्यकर्ता चंद्रशेखर चेयरमैन का पुतला जलाने वाले है। हम पता किया का बात है तो पता चला कार्यकर्ताओ का गुस्सा ये है कि चेयरमैन चंद्रशेखर को पार्टी के द्वारा टिकट मिलने के बावजूद भी नामांकन करने नहीं आए।जिस पर आक्रोशित होकर कार्यकर्ता पुतला फुक रहे है। आक्रोशित कार्यकर्ताओ में समर यादव, उमाशंकर यादव, मनीष चन्द, समावती यादव आदि मौजूद थे। उनका आरोप था कि चेयरमैन चंद्रशेखर विपक्षियो से साट-गाँठ किये है।
अब क्या हकीकत है यह तो ईश्वर जाने या फिर चेयरमैन चंद्रशेखर साहेब जाने। मगर कोई भी पार्टी कार्यकर्ताओ के बल पर चलती है और कार्यकर्ता जब खुद नेता पर आरोप लगाये तो बात कुछ न कुछ गड़बड़ है। वजह जो भी हो यदि विपक्षी भी कार्यकर्ताओ को भड़का रहे है तो यह नेता जी की ही कमी है। जैसा भी हो हम तो खरपत्तुवा का धन्यवाद कहेगे कि ऐसा बढ़िया समाचार हमको दिया।