काकादेव थाने क्षेत्र में हुई 4 लाख 40 हजार रुपए की लूट
कानपुर। दिग्विजय सिंह। शहर इन दिनों क्राइम और क्रिमिनल खुलेआम वारदात को इंजाम देकर फरार हो जाते हैं, वहीं पुलिस मामला दर्ज कर जांच की बात कह बैठ जाती है |
शुक्रवार को गोल चैराहे स्थित जच्चा-बच्चा अस्पताल के सामने दिनदहाड़े बाइक सवार लुटेरों ने बैंक से पैसा निकालकर वापस लौट रहे असिस्टेंट एकाउंटेंट से लुटेरों ने चार लाख 40 हजार की लूट कर ली। लूटपाट के बाद बाइक सवार लुटेरे रावतपुर की ओर भाग निकले। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बदमाशों की तलाश की, लेकिन उसके हाथ रहे खाली।
शुक्रवार को गोल चैराहे स्थित जच्चा-बच्चा अस्पताल के सामने दिनदहाड़े बाइक सवार लुटेरों ने बैंक से पैसा निकालकर वापस लौट रहे असिस्टेंट एकाउंटेंट से लुटेरों ने चार लाख 40 हजार की लूट कर ली। लूटपाट के बाद बाइक सवार लुटेरे रावतपुर की ओर भाग निकले। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बदमाशों की तलाश की, लेकिन उसके हाथ रहे खाली।
विष्णपुर कालोनी में रहने वाले अखिलेश श्रीवास्तव विकास नगर स्थित एक प्राइवेट लिमिटेड फर्म में असिस्टेंट एकाउंटेंट है। उन्होंने बताया कि फरवरी
की माह की शुरुआत होने पर आज फर्म में सैलरी बांटनी थी। जिसके चलते वह एकाउंट मैनेजर अजय कटियार के साथ संतनगर स्थित केनरा बैंक से कैश निकालने गये। बैंक से वह करीब 4 लाख 40 हजार रुपये निकाल कर दोनों वापस लौट रहे है। गोल चैराहे के पास जच्चा-बच्चा अस्पताल के पास पहुंचे ही थे कि पीछे से आए बाइक सवार लुटेरों ने नोटों से भरा बैग लूट लिया और रावतपुर की ओर भाग निकले। बाइक सवार लुटेरों ने उसका पीछा किया लेकिन लुटेरों को पकड़ नहीं पाए। उन्होनें आनन-फानन में पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़ितों की निशानदेही पर लुटेरों की तलाश करायी, लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी।
की माह की शुरुआत होने पर आज फर्म में सैलरी बांटनी थी। जिसके चलते वह एकाउंट मैनेजर अजय कटियार के साथ संतनगर स्थित केनरा बैंक से कैश निकालने गये। बैंक से वह करीब 4 लाख 40 हजार रुपये निकाल कर दोनों वापस लौट रहे है। गोल चैराहे के पास जच्चा-बच्चा अस्पताल के पास पहुंचे ही थे कि पीछे से आए बाइक सवार लुटेरों ने नोटों से भरा बैग लूट लिया और रावतपुर की ओर भाग निकले। बाइक सवार लुटेरों ने उसका पीछा किया लेकिन लुटेरों को पकड़ नहीं पाए। उन्होनें आनन-फानन में पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़ितों की निशानदेही पर लुटेरों की तलाश करायी, लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी।