हार गई ज़िन्दगी की जंग वो जीती हुई प्रत्याशी।
उरई। सदर सैफी। ज़िन्दगी भी क्या अजीब रंग दिखती है। जिस आँगन में अभी जीत की ख़ुशी भी ढंग से न मन पाई हो, उसी आगन में उस ख़ुशी को देने वाली के मौत का सियापा हो गया। जिले के लोगों के लिए विश्वास करना मुश्किल हो, ऐसी खबर है। कुछ ही दिन पहले शपथ लेने वाली नव निर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष फरहा नाज का कैंसर की बीमारी के उपचार के दौरान मुंबई में निधन हो गया है। मंगलवार को उनका पार्थिव शरीर यहां लाया जायेगा। उनके गांव गुलौली बगियां में उन्हें सुपुर्दे खाक किये जाने की जानकारी परिजनों ने दी है।
फरहा नाज जिला पंचायत सदस्य चुने जाने के समय ही कैंसर रोग से पीड़ित थीं। लेकिन उनकी हालत में लगातार सुधार हो रहा था। डाॅक्टर भी उनकी जिंदगी खतरे से बाहर होने का भरोसा दिला चुके थे। इसी दम पर उनके परिजनों ने उन्हें जिला पंचायत अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार किया। शपथ ग्रहण से लेकर छौंक में हुई मुख्यमंत्री की सभा तक में फरहा नाज ने जिस तरह से अपनी सार्वजनिक उपस्थिति दर्शाई थी उसे देखते हुए किसी को यह अंदाजा नही हो सकता था कि वे कुछ ही दिनों में अनहोनी का शिकार होने वाली हैं। उनके निधन की खबर से पूरा जिला अचानक गमगीन हो गया है।