नशे का इंजेक्शन देकर करवाया जाता था वेश्यावृत्ति।
आगरा। शीतल सिंह “माया”। शहर के रेड लाइट एरिया कश्मीरी बाजार और माल का बाजार से पुलिस ने 18 फरवरी को 5 लड़कियों को छुड़ाया था। इन सभी लड़कियों की उम्र 16 से 20 साल के बीच है। एक हिंदी अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, इन्हें हार्मोन के नाम पर इंजेक्शन दिए जाते थे। इससे पूरा दिन इन्हें नशा रहता था और कुछ भी याद नहीं रहता था। इन लड़कियों से बातचीत के दौरान और भी कई चौंकाने वाले खुलासे हुए।
छुड़ाई गई लड़कियों में से एक मुंबई की लड़की भी थी। उसने बताया कि 3 महीने पहले वह ब्वॉयफ्रेंड के साथ ताजमहल घूमने आई थी। एक दिन ब्वॉयफ्रेंड ने होटल में रुकने के बहाने कोठे पर बेच दिया और चला गया। कोठे पर मुझसे सेक्स करने को कहा गया, जब मना किया तो मुझे एक रूम में डाल दिया।
इसे टॉर्चर रूम कहते थे, जहां जाने के लिए डेढ़ फीट संकरा रास्ता था। कमरे में अंधेरा था, अजीब सी बदबू आ रही थी। सांस लेने में भी मुश्किल होती थी। कमरे में चूहे और कॉक्रोच थे। वहां से चीख भी बाहर तक नहीं सुनाई देती थी। इतने टॉर्चर से परेशान होकर मैंने उनकी बातें मान ली। इसके बाद वो रोज मुझे हार्मोन के नाम पर एक इंजेक्शन देने लगे। इससे बहुत नशा होता था और मुझे कुछ याद नहीं रहता था।
कोलकाता की रहने वाली एक लड़की ने बताया कि 4 महीने पहले नौकरी के नाम पर एक दोस्त ने मुझे यहां भेजा था।
टॉर्चर रूम में मुझे 2 से 3 दिनों तक छोड़ दिया गया। वहां से निकलने पर मुझ पर कड़ी नजर रखी जाती थी। उन्हें शक था कि मैं कहीं भाग न जाऊं या सुसाइड न कर लूं। मुझे इतनी यातनाएं दी गईं कि मैं कमजोर पड़ गई।
कोठे की हेड ने मुझे एक हफ्ते तक हर दिन इंजेक्शन लगाए। वो कहत थी कि ये जवान बनाने के लिए हार्मोन की दवा है। इसके बाद उस इंजेक्शन की आदत हो गई थी। जब मुझे ये इंजेक्शन नहीं मिलते तो कमजोरी और घबराहट होती थी।
टॉर्चर रूम में मुझे 2 से 3 दिनों तक छोड़ दिया गया। वहां से निकलने पर मुझ पर कड़ी नजर रखी जाती थी। उन्हें शक था कि मैं कहीं भाग न जाऊं या सुसाइड न कर लूं। मुझे इतनी यातनाएं दी गईं कि मैं कमजोर पड़ गई।
कोठे की हेड ने मुझे एक हफ्ते तक हर दिन इंजेक्शन लगाए। वो कहत थी कि ये जवान बनाने के लिए हार्मोन की दवा है। इसके बाद उस इंजेक्शन की आदत हो गई थी। जब मुझे ये इंजेक्शन नहीं मिलते तो कमजोरी और घबराहट होती थी।
लड़कियों ने बताया कि उन्हें पेन किलर्स भी दिए जाते थे। ये इंजेक्श न इतने खतरनाक हैं कि अगर किसी को लगातार दिए जाएं, तो इंसान इसका आदि हो जाता है। दवा न मिलने पर ऐसे व्यक्ति या महिला की हार्टबीट बढ़ जाती है और घबराहट होने लगती है।
इस मामले में पुलिस ने बताया कि रेड लाइट एरिया पर नजर रखी हुई है। छुड़ाई गई लड़कियों के बयान के आधार पर कार्रवाई की जा रही है। 3 महिला कोठा संचालकों और 2 ग्राहकों को भी गिरफ्तार किया गया है। बता दें ताज नगरी में कश्मीरी बाजार, सेब का बाजार, माल का बाजार, बसई, सिकंदरा, बोदला के कुछ जगह, रामबाग के कुछ स्थान रेड लाइट एरिया में शामिल हैं।
एक भी रेडियो लाइट एरिया पुलिस के संरक्षण के बिना नहीं चल सकता
एक भी रेडियो लाइट एरिया पुलिस के संरक्षण के बिना नहीं चल सकता