प्यार की नगरी में कोख की मौत के सौदागर।

आगरा। प्यार की नगरी और ताजनगरी के नाम से मशहूर इस शहर में प्यार की निशानी भी सौदागरों के सौदे पर है। शाहर में कोख के सौदागरों ने पूरा नेटवर्क फैला रखा था। दलाल के जरिए महज छह हजार रुपये में बेटा या बेटी की रिपोर्ट कान में सुना दी जाती थी। इसके बाद कोख में कत्ल का अलग हिसाब होता था। इस नेटवर्क की कड़ी हाथ में लगते ही प्रशासन हरकत में आया और रात में ताबड़तोड़ छापा मार कार्रवाई की।
क्राइम ब्रांच और स्वास्थ्य विभाग के स्टिंग ऑपरेशन में फंसे एजेंट सोमदत्त ने बताया कि वह छह हजार रुपये में लिंग निर्धारण कराता है। हरियाणा, मप्र, राजस्थान और उप्र के कई शहरों में नेटवर्क फैला हुआ है। फोन पर सौदेबाजी होने के बाद अन्य राज्यों के एजेंट गर्भवती महिला को यहां लेकर आते हैं। अल्ट्रासाउंड करने के बाद महिला के कान में बता देते हैं कि बेटा होगा या बेटी। देर रात तक चली कार्रवाई में एक अस्पताल में पोर्टेबिल अल्ट्रासाउंड मशीन मिली है। जिसे सील किया गया है। नियमानुसार इस तरह की मशीन अस्पताल में रखा जाना अवैध है।

तलाश कन्या भ्रूण हत्या करने वालों की
अल्ट्रासाउंड में बेटी होने पर कन्या भ्रूण हत्या की जाती है। इसके लिए इन सौदागरों ने कई हॉस्पिटलों से संपर्क कर रखा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम कन्या भू्रण हत्या कराने वाले हॉस्पिटल की जांच में जुटी हुई है।
पुलिस ने किया  महिला कांस्टेबल के सहयोग से स्टिंग
पकड़े गए एजेंट से पूछताछ के बाद रात में पुलिस और स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन की संयुक्त टीम ने ऑपरेशन शुरू किया। शनिवार रात लगभग साढे आठ बजे टीम भरत भार्गव हॉस्पिटल, रुनकता पहुंची। सरकारी स्वास्थ्य सेवा से सेवानिवृत्त डॉ. रेनू भार्गव इस हॉस्पिटल संचालिका है। टीम के साथ एक सादा ड्रेस में महिला कांस्टेबल थी, उन्होंने खुद को गर्भवती बताते हुए कंपाउंडर से लिंग निर्धारण के लिए सौदेबाजी की। वह छह हजार रुपये में रविवार को लिंग परीक्षण करने के लिए तैयार हो गया। इसी बीच हॉस्पिटल के बाहर खड़ी टीम पहुंच गई, इसकी वीडियो रिकॉर्डिग भी की गई। इसके बाद हॉस्पिटल की अल्ट्रासाउंड मशीन को सील कर दस्तावेज जब्त कर लिए गए।
न्यू शर्मा डायग्नोस्टिक सेंटर मिला बंद
रुनकता पर ऑपरेशन को पूरा करने के बाद टीम न्यू शर्मा अल्ट्रासाउंड सेंटर, ट्रांस यमुना पहंची। मगर सेंटर बंद था। स्वास्थ्य विभाग के रिकॉर्ड में यह सेंटर चमन लाल के नाम से पंजीकृत है। जांच में सामने आया है कि संचालक के पास एमबीबीएस की डिग्री नहीं है। यह सेंटर पहले एक डॉक्टर द्वारा चलाया जा रहा था, उनकी मौत हो चुकी है। इसकी भी जांच की जा रही है। सेंटर बंद होने पर उसे सील कर दिया गया।
प्रिया हॉस्पिटल में मारा छापा, मशीन सील
यहां से टीम डॉ. राजीव कुमार के प्रिया हॉस्पिटल, ट्रांस यमुना पहुंची। यहां अल्ट्रासाउंड मशीन को सील कर दिया गया। डॉक्टर से पूछताछ करने के साथ ही रजिस्टर जब्त किए गए हैं। मरीजों के रिकॉर्ड को भी खंगाल कर देखा कि अन्य राज्यों के मरीज भर्ती तो नहीं है। वहीं अस्पताल संचालक डॉ.राजीव कुमार का कहना है कि अल्ट्रासाउंड मशीन काफी समय से खराब पड़ी है। टीम ने खराब मशीन सील की है।
बुला लो, वह आ गई है
स्टिंग ऑपरेशन के बाद पकड़े गए सोमदत्त के मोबाइल में पुलिस को लिंग परीक्षण कराने के अहम सुराग मिले हैं। इसमें दो रिकार्डिग ऐसी हैं जिनमें मध्यप्रदेश का एक एजेंट से कह रहा है कि साढ़े चार हजार दे रही है। इस पर सोमदत्त कह रहा है कि नहीं पूरे छह हजार चाहिए। एक रिकॉर्डिग में वह डॉक्टर से कह रहा है कि बुला लो, वह आ गई है। मोबाइल की रिकार्डिग को भी टीम सुबूत के तौर पर इस्तेमाल करेगी।
स्वास्थ्य विभाग नहीं करता कार्रवाई, पकड़ा गया था रैकेट
इससे पहले हरियाणा की महिला का लिंग निर्धारण कराने के आरोप में रैकेट पकड़ा गया था। इसके बाद संजय प्लेस स्थित सेंटर को सील किया गया था। मगर, स्वास्थ्य विभाग की तरफ से लिंग निर्धारण करने वाले सेंटरों की जांच कर कार्रवाई नहीं की गई।
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स्वास्थ्य विभाग की तीन सदस्यीय टीम बनाई गई है। सुबूत जुटाए जा रहे हैं, आरोप सही पाए जाने पर डॉक्टरों पर कार्रवाई की जाएगी-डॉ. बीएस यादव, सीएमओ
कोई डॉक्टर लिंग निर्धारण करता है तो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए। मगर, जांच के नाम पर डॉक्टरों को परेशान न किया जाए-डॉ. जेएन टंडन, अध्यक्ष, आइएमए, आगरा

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