दहेज लेने वालों का अब हुक्का-पानी बंद होगा, जनाजे की नमाज में भी कोई शामिल नहीं होगा।
इटावा। यश कुमार। दहेज लेने वालों का अब हुक्का-पानी बंद होगा साथ ही उनके जनाजे की नमाज में भी कोई शामिल नहीं होगा। यह पहल उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में मुस्लिम समाज की तरफ से की गई है। पिरैला गांव की अंजुमन रजाए मुस्तफा नाम की कमेटी ने ऐलान किया है कि अगर कोई मुसलमान दहेज की फरमाइश लड़की पक्ष से करता है तो उसका सामाजिक बहिष्कार कर हुक्का-पानी बंद कर दिया जाएगा।
दहेज मांगने वालों की खैर नहीं
प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय के गांव पिरैला के मुसलमानों ने दहेज जैसी खतरनाक सामाजिक बीमारी पर रोक लगाने के किए यह कठोर कदम उठाया है। कमेटी ने सभी मुसलमानों से कह दिया है कि अगर कोई मुसलमान दहेज की फरमाइश करता है, तो उस के घर पर कोई मुसलमान ना तो खाना खाऐगा और न ही उसके घर के किसी शख्स की नमाज-ए-जनाजा में शरीक होगा।
डीजे, नाच-गाने पर भी पाबंदी
कमेटी अंजुमन रजाए मुस्तफा ने शादियों के उत्सव में डीजे और नाच-गाने पर भी पाबंदी लगाई है। कमेटी की कहना है कि जिस मुसलमान के घर शादी होगी वह अपने घर शादी में डीजे और नाच से दूर रहेगा, वरना पूरे गांव वाले उस के यहां खाने पीने का बायकाट कर देंगे। उससे कोई सामाजिक सरोकार नहीं रखेंगे।
अमीर-गरीब की दूरी को पाटना है मकसद
कमेटी के मैनेजर अनवारुल्लाह ने बताया कि हमारा मकसद सिर्फ और र्सिफ अमीर और गरीब के दरमियान जो दूरी है उसको खत्म करना है। साथ ही आए दिन दहेज के लिए जलाई जा रही हमारी बहनों का हिफाजत करना है। उन्होंने कहा कि शादियां महंगी होने की वजह से गरीब बहन और बेटियों की शादी नहीं हो रही है।