शाही जोड़े ने किया दीदार-ए-ताज

ब्रिटेन के प्रिंस विलियम और केट मिडलटन ने शनिवार दोपहर दुनिया के अजूबों में शामिल ताजमहल का दीदार किया। 55 साल बाद यह मौका आया जब ब्रिटेन के शाही जोड़े ने बेपनाह मोहब्बत की बेजोड़ निशानी को साथ देखा। इससे पहले 1961 में क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय और प्रिंस फिलिप भी साथ ही आए थे। जबकि विलियम के पिता चार्ल्स और

मां डायना ने ताज का अलग-अलग दीदार किया था।
अपनी मां डायना की याद में प्रिंस विलियम भावुक भी हुए। उन्होंने ताजमहल के सेंट्रल टैंक पर उसी संगमरमरी सीट पर फोटो खिंचवाई, जहां 1992 में उनकी मां अकेली बैठी थीं। प्रिंस विलियम और केट ने ताजमहल देखने के बाद विजिटर बुक में अपनी मां की तरह से केवल हस्ताक्षर किए।

एएसआई अधिकारियों ने प्रिंस विलियम को उनकी मां डायना के साइन विजिटर बुक में दिखाए तो प्रिंस यादों में खो गए। प्रिंस को ताज घुमाने वाले गाइड रिजवान के मुताबिक, उन्होंने कहा, अरे, हां ये मेरी मां के हस्ताक्षर हैं।
भूटान से सीधे आगरा आए प्रिंस विलियम और उनकी पत्नी केट मिडलटन ने दोपहर बाद 3:45 बजे ताज में प्रवेश किया। डचेज आफ कैंब्रिज केट सफेद रंग के सिंगल पीस आउटफिट में थीं, जिस पर नीले रंग का क्लासिक डिजायन बना हुआ था। गले में गोल्ड और डायमंड का नेकलेस पहने केट ने भारतीय अमेरिकन फैशन डिजायनर नईम खां की डिजायन की हुई ड्रेस पहनी तो वहीं प्रिंस विलियम ब्लू कोट, व्हाइट शर्ट और क्रीम पैंट में थे।
होटल अमर विलास से बैटरी बस से पूर्वी गेट पहुंचे शाही जोड़े का स्वागत एएसआई अधीक्षण पुरातत्वविद् स्मारक अतुल भार्गव और डिप्टी केए कबुई ने लाल गुलाब का गुलदस्ता देकर किया।


तेज धूप की वजह से 50 मिनट में लौटे

प्रिंस विलियम और केट के लिए ताज में 3:30 से 5:15 बजे तक का वक्त तय था, लेकिन तेज धूप की वजह से महज 50 मिनट में ही लौट गए। केट मिडलटन ने कहा कि ताज खूबसूरत और रोमांटिक है। उनका ताज आने का सपना पूरा हो गया। वह फिर यहां आना चाहेंगी, वहीं, प्रिंस विलियम ने ताज को मैग्नीफिसेंट मान्यूमेंट करार दिया। उन्होंने कहा कि एएसआई ने स्मारक का अच्छा रखरखाव किया है। डायना सीट पर चंद मिनट ही फोटो खिंचवाए और गाइड से मुख्य गुंबद पर छायादार जगह पर ही ताज के निर्माण की कहानी सुनी।


दादा-दादी का रिकार्ड नहीं तोड़ पाए विलियम

ब्रिटेन के शाही परिवार की तीनों पीढ़ियों की ताज विजिट कई मायनों में एक -दूसरे से जुदा रही। इनमें ताजमहल में सबसे ज्यादा समय (डेढ़ घंटा) बिताने का रिकार्ड क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय और उनके पति प्रिंस फिलिप के नाम ही है।
केट और विलियम से पहले ताजमहल आने वाले ब्रिटेन के शाही परिवार के सभी सदस्य गाड़ी से ही अंदर पहुंचे थे। तब 

आम लोग भी गाड़ी लेकर अंदर तक जाते थे।

शाही परिवार की ताज विजिट के साथ एक मशहूर किस्सा भी जुड़ा है। बात 1991 की है। प्रिंस चार्ल्स और डायना साथ-साथ भारत आए थे।
ऐसा कहा जा रहा था कि दोनों ताजमहल देखने भी साथ ही जाएंगे। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। डायना 11 फरवरी को ताज देखने अकेली पहुंच गईं। प्रिंस उस समय बंगलूरू में एक समारोह में शिरकत करने गए हुए थे। इसी के बाद यह चर्चा तेज हुई कि दोनों के बीच अनबन चल रही है। बाद में दोनों के रास्ते अलग हुए। ताज के मुख्य मकबरे के ठीक सामने स्थित सीट पर तीनों पीढ़ियों ने फोटो खिंचवाए हैं। लेकिन इसे ख्याति मिली डायना के बैठने से। तब से इसे डायना सीट कहा जाने लगा।

पानी से ठंडी की तपती डायना सीट

शनिवार दोपहर प्रिंस विलियम और केट मिडलटन के ताजमहल दौरे के वक्त तापमान 43.6 डिग्री पर था। लू के थपेड़ों के कारण शाही जोड़ा परेशान रहा। रॉयल गेट से नीचे पाथवे पर आते ही प्रिंस विलियम और केट दोनों ने काले शीशे वाले चश्मे पहन लिए। सेंट्रल टैंक पर जिस डायना सीट पर उन्हें फोटो शूट कराना था, वह धूप से बेहद गर्म हो चुकी थी। ऐसे में एएसआई ने वहां ठंडे पानी की बाल्टी लिए एक कर्मचारी की ड्यूटी लगाई, जो तौलिया को भिगोकर उस सीट पर डालता रहा। शाही जोड़े के सेंट्रल टैंक पर पहुंचते ही सीट को ठंडा करने का काम बंद कर दिया गया। तेज धूप के कारण प्रिंस सेंट्रल टैंक पर ज्यादा देर नहीं रुके।

मुख्य गुंबद पर सैलानियों का प्रवेश किया बंद

 शाही जोड़े के लिए ताजमहल यूं तो बंद नहीं किया गया था, लेकिन उनके ताज में प्रवेश करते ही मुख्य गुंबद पर सैलानियों का प्रवेश बंद कर दिया गया। रॉयल गेट से लेकर मुख्य गुंबद तक आम पर्यटक  ड्यूक  एंड डचेज आफ कैंब्रिज से दूर ही रहे। ब्रिटिश शाही परिवार में इससे पहले उनकी मां डायना और पिता चार्ल्स अकेले-अकेले ताजमहल देख चुके हैं। वह कभी एक साथ ताज नहीं आए और डायना की ताजमहल पर अकेलेपन की तस्वीरों के जारी होने के एक साल बाद दोनों ने तलाक ले लिया था। इसीलिए पूरी दुनिया की निगाहें ब्रिटिश शाही जोड़े पर लगी थीं। दुनिया भर के 250 से ज्यादा पत्रकार ताजमहल में इस पल के लिए मौजूद रहे।

नोएडा व सभी केंद्रों के लिए गाइड को पहले ही कर दिया गया था ‘गाइड’

शाही जोड़े को ताज का इतिहास बताने वाले गाइड रिजवान को ब्रिटिश अधिकारियों ने पहले ही गाइड कर दिया था। न सिर्फ ड्रेस के बारे में आगाह किया गया, बल्कि रिजवान को शाही जोड़े के साथ चलने और उनसे बातचीत के भी टिप्स दिए गए।
सूत्रों की मानें तो ब्रिटिश अधिकारियों ने होटल अमर विलास प्रबंधन के माध्यम से रिजवान को शाही जोड़े को घुमाने के लिए पहले ही बुक कर दिया गया था। मगर, स्थानीय प्रशासन सुरक्षा कारणों के चलते अन्य गाइडों के नाम प्रचारित कर दिए थे। रिजवान के नाम पर पूरी तरह से गोपनीयता बरती गई थी। बताया जा रहा था कि शनिवार को प्रिंस विलियम ने जिस ड्रेस में ताज का दीदार किया, वह पहले से ही निर्धारित थी। गाइड रिजवान को भी इस तरह की ड्रेस (सफेद शर्ट व ब्लू कोट) में रहने के निर्देश थे। इतना ही नहीं, यह भी बताया गया था कि प्रिंस विलियम और केट मिडलटन से कितनी दूरी पर रहकर उन्हें ताज के बारे में बताना है।

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